सोमवार को सुबह 11 बजे कुंभ मेले क्षेत्र में निरंजनी अखाड़े की छावनी में सभी 13 अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर की मौजूदगी में साध्वी निरंजन ज्योति का पट्टाभिषेक किया गया

प्रयागराज। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री को महामंडलेश्वर की पदवी दी गई है। ये मंत्री हैं साध्वी निरंजन ज्योति। यहां चल रहे कुंभ मेले में इसकी घोषणा की गई। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच तेरह अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने साध्वी निरंजन ज्योति को चादर ओढ़ाकर महामंडलेश्वर की पदवी दी। इस दौरान उनका पट्टाभिषेक भी किया गया।

सोमवार को सुबह 11 बजे कुंभ मेले क्षेत्र में निरंजनी अखाड़े की छावनी में सभी 13 अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर की मौजूदगी में साध्वी निरंजन ज्योति का पट्टाभिषेक किया गया। इसके बाद उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी निरंजनी अखाड़े की ओर से दी गई।

साध्वी निरंजन ज्योति इस पट्टाभिषेक के बाद अखाड़े की सोलहवीं महिला महामंडलेश्वर बन गईं हैं। इस पदवी के लिए साध्वी निरंजन ज्योति के अलावा कई संतों ने आवेदन किए थे। योग्यता के आधार पर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को महामंडलेश्वर बनाने का फैसला लिया गय। निरंजनी अखाड़े में अब तक संतोषी गिरि, संतोषानंद सरस्वती, मां अमृतामयी, योग शक्ति सहित 15 महिला महामंडलेश्वर बन चुकी हैं।

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