नई दिल्ली। अपने नफरत फैलाने वाले बयान (15 बनाम 100 करोड़) को लेकर बुरी तरह घिर चुके ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक वारिस पठान को अंततः माफी मांगनी पड़ी। उनके बयान की न केवल तमाम राजनीतिक दलों बल्कि मुस्लिम संगठनों ने भी कड़ी निंदा की है। कर्नाटक पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पठान की अपनी ही पार्टी AIMIM ने तो उनके मीडिया के सामने बोलने पर ही पाबंदी लगा दी थी।
“15 करोड़ हैं सौ करोड़ पर भारी पड़ेगे” वाले अपने बयान पर वारिस पठान ने शनिवार को सफाई दी। कहा, “मेरे बयान को एक राजनीतिक साजिश के कारण मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने के लिए निशाना बनाया गया है। मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी को मेरे बयान से चोट पहुंची हैं, तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं और उसके लिए माफी मांगता हूं।”
गौरतलब है कि वारिस पठान ने यह विवादित बयान सीएए के विरोध में आयोजित एक सभा में दिया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हुआ। वायरल हुए वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है, “हमें साथ चलना होगा। हमें आजादी लेनी होगी, जो चीजें मांगने से नहीं मिलतीं, वह छीनकर लेनी होती हैं, याद रखिए…(हम) 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।”
कर्नाटक के कलबुर्गी पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने के मामले में वारिस पठान के खिलाफ अलग-अलग घाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने पठान के खिलाफ दंगा भड़काने के इरादे से लोगों को उसाने के मामले में आपीसीसी की धारा 117, 153 और विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना के आरोप में धारा 153A के तहत मामला दर्ज किया है।