मुंबई। अंधेरी इलाके के चांदीवली में 44 साल की महिला रेशमा तेंत्रिल अपने 7 साल के बेटे गरुड़ को लेकर 12वीं मंजिल से कूद गई। इससे दोनों की मौत हो गई। रेशमा पूर्व पत्रकार थीं। एक महीने पहले कोरोना संक्रमण की वजह से उनके पति की भी मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक, रेशमा ने पड़ोसी के ताने से तंग आकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में रेशमा ने अपने पड़ोसी अयूब खान और उनके परिवार पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने अयूब को गिरफ्तार कर लिया है।
रेशमा का परिवार इस अपार्टमेंट में इसी साल अप्रैल में आया था। तभी से पड़ोसियों के साथ समस्या शुरू हो गई। पड़ोसी अक्सर उनके बेटे के शोर करने की शिकायत करते थे। पड़ोसियों में अयूब खान (67), उनकी 60 साल की पत्नी और बेटा शाहदाब हैं। रेशमा का कहना था कि उसके बेटे के खेलने पर पड़ोसी आपत्ति जताते थे और अक्सर उससे झगड़ा करते थे। रेशमा ने 30 मई को लिखी फेसबुक पर पोस्ट में भी इस बात का जिक्र किया था।
रेशमा ने सोमवार को आत्महत्या की थी लेकिन अभी तक उसका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। उनके परिवार का कोई सदस्य मुंबई में नहीं है। पुलिस रेशमा के भाई के अमेरिका से लौटने का इंतजार कर रही है।
रेशमा के सुसाइड नोट के आधार पर साकीनाका पुलिस ने अयूब के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। जोनल डिप्टी कमिश्नर महेश्वर रेड्डी ने बताया कि अयूब के परिवार ने रेशमा के बच्चे के शोर मचाने को लेकर अपनी सोसाइटी में शिकायत भी की थी। इसके बाद सोसाइटी ने दोनों परिवारों को बुलाकर समझौता भी करवाया था। वहीं अयूब ने अपनी सफाई में कहा है कि उनके परिवार के एक सदस्य को गंभीर बीमारी है और रेशमा के बच्चे के शोर मचाने से वह सो नहीं पा रहे थे। इसलिए उन्होंने सोसाइटी में शिकायत की थी।
पति की मौत के बाद से परेशान थी रेशमा
रेशमा के पति शरद मुलुकुटला एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में चीफ बिजनेस ऑफिसर थे। शरद के मां-पिता वाराणसी में रहते थे लेकिन दोनों का कोरोना से निधन हो गया था। शरद उनके इलाज के लिए वाराणसी गए तो वे भी संक्रमित हो गए थे। चार सप्ताह इलाज के बाद 23 मई को शरद की मौत हो गई। पति की मौत के बाद रेशमा काफी परेशान थीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी लिखा था कि पति के जाने के बाद जिंदगी कैसे बदल गई और किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।