नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने कवि-गीतकार व आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी सीआरपीएफ के जरिए कुमार विश्वास को यह सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। कुमार विश्वास द्वारा आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खालिस्तान आंदोलन से जुड़े गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
कुमार विश्वास ने दावा किया था दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के सीएम या खालिस्तान के पीएम बनने का ख्वाब देखते हैं। कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा था, “उन्होंने (केजरीवाल) एक बार मुझसे कहा था कि वे पंजाब के सीएम या खालिस्तान के पीएम बनने का ख्वाब देख रहे हैं।”
कुमार विश्वास के दावों को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खत के जवाब में मामले को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा था कि सरकार कुमार विश्वास की सुरक्षा की समीक्षा कर रही है। समीक्षा करने के बाद तथा खुफिया सूचनाओं के आधार पर खतरे का आकलन करते हुए उन्हें सुरक्षा दी गई है।
क्या होती है वाई श्रेणी की सुरक्षा?
वाई श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिसमें 2 पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति की सुरक्षा का आकलन करने के बाद उन्हें उसी के आधार पर सुरक्षा कवर दिया जाता है। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्टम बंटा हुआ है जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्लस (Z +) है। इसके बाद जेड, वाई और एक्स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं।
वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिनमें एक या दो कमांडो और पुलिस कर्मचारी भी होते हैं। इसके तहत दो निजी सुरक्षा अधिकारियों का ऑफर भी किया जाता है।