याकूब मेमन को आज (गुरुवार 30 जुलाई) सुबह फांसी दे दी गई।
- पूर्वाह्न 11 बजे (29 जुलाई) ,याकूब मेमन द्वारा लिखी गई 14 पृष्ठीय दया याचिका राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कार्यालय में दायर की गई।
- अपराह्न चार बजे (29 जुलाई) ,राष्ट्रपति ने आवश्यक कार्रवाई के लिए याचिका गृह मंत्रालय को भेजी।
- रात 8:30 बजे, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रपति भवन पहुंचे और मेमन की दया याचिका खारिज करने का सरकार का निर्णय उन्हें बताया।
- रात 9:15 बजे, केंद्रीय गृह सचिव एल सी गोयल और सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
- रात 10:45 बजे, राष्ट्रपति ने मेमन की दया याचिका खारिज की।
- रात 10:45 बजे, जाने माने वकील प्रशांत भूषण और आनंद ग्रोवर डेथ वारंट पर रोक लगाने संबंधी ताजा याचिका लेकर प्रधान न्यायाधीश एच एल दत्तू के आवास पहुंचे।
- रात 11:30 बजे, अन्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दत्तू के आवास पर पहुंचे।
- देर रात 01:00 बजे (30 जुलाई), उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश दीपक मिश्रा के आवास पर गतिविधियां शुरू हुईं।
- देर रात 01:30 बजे, वकील न्यायमूर्ति मिश्रा के आवास पहुंचे।
- देर रात 01:35 बजे , न्यायमूर्ति मिश्रा, न्यायमूर्ति प्रफुल्ल चंद्र पंत और न्यायमूर्ति अमिताभ राय ने देर रात ढाई बजे उच्चतम न्यायालय में मिलने पर सहमति जताई।
- देर रात 02:10 बजे, नागपुर केंद्रीय कारागार में एक कांस्टेबल ने नागपुर के एक होटल में मेमन के भाई को एक पत्र सौंपा।
- देर रात 02:30 बजे, न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय पहुंचे । अटॉर्नी जनरल मुकुल रहतोगी के पहुंचने में देरी होने से सुनवाई टली।
- देर रात 03:20 बजे, पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई शुरू।
- तड़के 04:50 बजे, याचिका खारिज ।
एजेन्सी