नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को जमकर लताड़ा। तंज कसते हुए कहा, “आपकी ऊंचाई बहुत ज्यादा है। आप इतने ऊंचे हो गए हैं कि आपको अब जमीन ही दिखाई नहीं देती है। आप जड़ों से उखड़ गए हैं। आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो। हमारा आपसे ऊंचाई को लेकर कोई मुकाबला नहीं है। हमारी शुभकामना है कि आप और ऊंचे चले जाएं। आपका और भी ऊंचा होना मेरे लिए संतोष और आनंद की बात है। हमारा सपना जड़ों की गहराई से जुड़ने का है।”
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मोदी ने कहा कि हम किसी की लकीर छोटी करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते हैं, बल्कि हम अपनी लकीर को बड़ा बनाते हैं। हम अपनी लकीर बड़ी करने में जिंदगी खपा देंगे। हमारा उद्देश्य जमीन से जुड़े रहना है और जनता की भलाई के लिए लगातार काम करते रहना है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपका और भी ऊंचा होना मेरे लिए संतोष और आनंद की बात है।
हमने सही दिशा पकड़ी और उसी दिशा में चलते रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि 70 साल से चली आ रही बीमारियों को दूर करने के लिए हमने सही दिशा पकड़ी और काफी कठिनाइयों के बाद भी उसी दिशा में चलते रहे। हम उस मकसद पर चलते रहे और ये देश दूध का दूध पानी का पानी कर सकता है ये सबने देखा। हमने देश आजाद होने के बाद जाने-अनजाने में एक ऐसी संस्कृति को स्वीकार कर लिया था जिसमें देश के सामान्य मानव को हक के लिए जूझना पड़ता है। क्या सामान्य मानव के हक की चीजें सहज रूप से उसे मिलनी चाहिए या नहीं। हमने मान लिया था कि ये तो ऐसे ही चलता है।“
कांग्रेस को आपातकाल और तीन तलाक पर घेरा
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आपातकाल से लेकर तीन तलाक तक पर घेरा। साथ ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा सोमवार को 2जी और कोल घोटाला पर किए गए सवाल पर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ार्इ जारी रहेगी। हम बदले के भावना से काम नहीं करते हैं। हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिली है तो वह इसका आनंद ले लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, हमें गलत रास्ते पर जाने की जरूरत नहीं है।
चुनावी भाषण का असर यहां भी नजर आया
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सभी मनुष्य हैं और जो छाप मन में बैठ जाती है उसे निकलना कठिन होता है। चुनावी भाषण का असर यहां भी नजर आया और वही बातें सुनने को मिल रही थीं। उन्होंने कहा कि स्पीकर ने ठीक ढंग से इस चर्चा को आगे बढ़ाया बावजूद इसके आप सदन में नए हैं और नए को सदस्य परेशानी में डालने की कोशिश करते हैं। दशकों बाद देश ने एक मजबूत जनादेश दिया है।