नई दिल्लीः भारत में जल्द ही माइक्रोचिप आधारित ई-पासपोर्ट पेश किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया गया है कि नया ई-पासपोर्ट रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) और बायोमेट्रिक्स तकनीक से युक्त होगा। इसको इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (ICSO) के मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा।
ई-पासपोर्ट सिक्योरिटी फीचर्स में जैकेट भी शामिल होगा जिसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप होती है जिस पर अहम डाटा एन्कोडेड होता है। यह पासपोर्ट इंडिया सिक्योरिटी प्रेस, नासिक में बनाया जाएगा।
एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर्स के साथ आएगा नए ई-पासपोर्ट
चिप-इनेबल्ड ई-पासपोर्ट में कई एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर्स दिए जा सकते हैं। आवेदकों को उनकी निजी जानकारी जैसे उनका बायोमेट्रिक डाटा, नाम, एड्रेस और अन्य अहम आइडेंटिटी डिटेल्स देनी होंगी। ये डिटेल्स एम्बेडेड चिप में डिजिटल रूप से साइन्ड और स्टोर्ड की जाएंगी। अगर कोई भी समस्या होती है तो सिस्टम इसकी पहचान करेगा और पासपोर्ट वेरिफिकेशन फेल हो जाएगा। नए ई-पासपोर्ट में सिक्योरिटी फीचर्स भी होंगे जो रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) के जरिए अनधिकृत डाटा ट्रांसफर पर रोक लगाएंगे। इस बात की जानकारी ट्विटर पर दी गई है।
विशिष्ट सूची में शामिल हो जाएगा भारत
इस स्मार्ट ई-पासपोर्ट के साथ भारत उन 150 देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जो बायोमेट्रिक पासपोर्ट जारी करते हैं। इनमें यूनिटेंड किंगडम, जर्मनी, बांग्लादेश और अन्य शामिल हैं। हालांकि भारत में आम नागरिकों के लिए बायोमेट्रिक पासपोर्ट अंडर डेवलपमेंट हैं लेकिन देश द्वारा जारी किए गए राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट 2008 से बायोमेट्रिक रूप से सुरक्षित हैं। पहला ई-पासपोर्ट तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को जारी किया गया था।