जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश में स्मार्ट गांव बनाने के अरमान को पूरा करने के लिए बीजेपी के राज्यपाल जुट गए हैं। पीएम की मंशा को मूर्त रूप देने के लिए राजस्थान के राज्यपाल और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह आगे आए है। कल्याण सिंह ने तपती धूप में गांवों का दौरा कर चैपाल लगाना शुरू किया है।
राज्यपाल कल्याण सिंह अब तक एक दर्जन गांवों में जाकर चैपाल लगा चुके है। इस महीने के अंत में उन्होंने आधा दर्जन गांवों का दौरा करने का कार्यक्रमों को अपनी सहमति दे दी है। आम जनता से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ गांवों में जाकर दिनभर लोगों की समस्या सुनने के बाद कल्याण सिंह रात्रि विश्राम भी गांव में ही करते है।
विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति की हैसियत से राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों निर्देश दिए हैं कि वे एक या दो गांवों को स्मार्ट गांव बनाएं। कल्याण सिंह का कहना है कि वे स्वयं इन गांवों का आकस्मिक दौरा करेंगे। कल्याण सिंह ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए शिक्षा में क्षरण को रोकने के लिए नकल विरोधी कानून बनाया था। अब वे राजस्थान विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति की हैसियत से वहां की शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने में जुट गए।
राजस्थान विश्वविद्यालय को पिछले 20 वर्षों से अटके डिग्री वितरण के काम को फिर से शुरू करने के निर्देश देने के साथ ही उन्होंने विवि प्रशासन को साफ कह दिया कि अगले तीन माह में सभी डिग्रियों का वितरण हो जाना चाहिए। अकेले राजस्थान विवि में ही करीब 20 लाख डिग्रियों का पिछले 20 वर्षों से वितरण नहीं हो पा रहा है।प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक में कल्याण सिंह ने नकल पर सख्ती दिखाते हुए कहा कि वे यूपी में नकल विरोधी कानून बना चुके है अब राजस्थान में हालात सुधारेंगे।