नई दिल्ली। यह साल (2021) निजी क्षेत्र में नवयुवाओं के लिए रोजगार की बहार लेकर आया है। साल की पहली छमाही में 58 प्रतिशत से अधिक कंपनियां प्रशिक्षुओं (Trainees) की नियुक्ति बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। साथ ही कंपनियों का रुझान महिलाओं को प्रशिक्षु के रूप में नियुक्त करने की ओर बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक कंपनियां महिला प्रशिक्षुओं की नियुक्ति की योजना बना रही हैं।
टीमलीज स्किल्स यूनिवर्सिटी की वर्ष 2021 की पहली छमाही (जनवरी से जून) की प्रशिक्षु परिदृश्य रिपोर्ट “प्रशिक्षु कार्यक्रम के जरिये राष्ट्रीय रोजगारन्मुखता (एनईटीएपी)” के अनुसार, सर्वे में शामिल 41 प्रतिशत कंपनियों ने प्रशिक्षुओं को नियुक्ति देने की इच्छा जताई। प्रशिक्षुओं की नियुक्ति की इच्छा रखने वाले नियोक्ताओं की संख्या 8 प्रतिशत बढ़ी है। इससे पिछली छमाही में ऐसा कहने वाले नियोक्ताओं की संख्या 33 प्रतिशत थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ प्रशिक्षुओं की नियुक्ति की अवधारणा ही मजबूत नहीं हुई है, बल्कि नियोक्ता अपने प्रशिक्षु नियुक्ति कार्यक्रम को तेज करने की तैयारी कर रहे हैं।
सर्वे में शामिल 58 प्रतिशत से अधिक कंपनियों ने कहा कि वे प्रशिक्षुओं की नियुक्ति बढ़ाएंगी। यह प्रशिक्षु पारिस्थितिकी तंत्र की दृष्टि से सकारात्मक है।
इस सर्वे में 14 शहरों की 18 प्रमुख क्षेत्रों की 600 कंपनियों को शामिल किया गया है।