सनातन हिन्दू पंचांग को वैदिक पंचांग कहा जाता है। इस पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बनता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण हैं। इस कॉलम के माध्यम से हम आपको दैनिक पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिन्दू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देने का प्रयास करते हैं।
मंगलवार, अगस्त ०४, २०२० का पञ्चाङ्ग बरेली, भारत के लिए | |||
सूर्योदय: | ०५:३६ | सूर्यास्त: | १९:०० |
हिन्दु सूर्योदय: | ०५:४० | हिन्दु सूर्यास्त: | १८:५६ |
चन्द्रोदय: | १९:४७ | चन्द्रास्त: | ०५:५६ |
सूर्य राशि: | कर्क | चन्द्र राशि: | मकर – २०:४७ तक |
सूर्य नक्षत्र: | अश्लेशा | ||
द्रिक अयन: | दक्षिणायण | द्रिक ऋतु: | वर्षा |
वैदिक अयन: | दक्षिणायण | वैदिक ऋतु: | वर्षा |
हिन्दु लूनर दिनाँक | |||
शक सम्वत: | १९४२ शर्वरी | चन्द्रमास: | श्रावण – अमान्त |
विक्रम सम्वत: | २०७७ प्रमाथी | भाद्रपद – पूर्णिमान्त | |
गुजराती सम्वत: | २०७६ | पक्ष: | कृष्ण पक्ष |
तिथि: | प्रतिपदा – २१:५४ तक | ||
नक्षत्र, योग तथा करण | |||
नक्षत्र: | श्रवण – ०८:११ तक | योग: | आयुष्मान् – ०५:४७ तक |
क्षय योग: | सौभाग्य – २९:१६ तक | ||
प्रथम करण: | बालव – ०९:३७ तक | ||
द्वितीय करण: | कौलव – २१:५४ तक | ||
अशुभ समय | |||
दुर्मुहूर्त: | ०८:१९ – ०९:१२ | वर्ज्य: | १२:२४ – १४:०६ |
२३:१४ – २३:५७ | |||
राहुकाल: | १५:३७ – १७:१७ | गुलिक काल: | १२:१८ – १३:५८ |
यमगण्ड: | ०८:५९ – १०:३९ | ||
शुभ समय | |||
अभिजित मुहूर्त: | ११:५२ – १२:४५ | अमृत काल: | २२:३२ – २४:१३ |
अन्य | |||
आनन्दादि योग: | लुम्बक – ०८:११ तक | तमिल योग: | मरण – ०८:११ तक |
उत्पात | मरण | ||
होमाहुति: | चन्द्र | अग्निवास: | पृथ्वी – २१:५४ तक |
आकाश | |||
निवास और शूल | |||
दिशा शूल: | उत्तर में | राहु काल वास: | पश्चिम में |
नक्षत्र शूल: | कोई नहीं | चन्द्र वास: | दक्षिण में २०:४७ तक |
पश्चिम में २०:४७ से | |||
चन्द्रबलम और ताराबलम | |||
निम्न राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम २०:४७ तक:मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन *मिथुन राशि में जन्में लोगो के लिए अष्टम चन्द्रउसके पश्चात – निम्न राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम अगले दिन सूर्योदय तक:मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ *कर्क राशि में जन्में लोगो के लिए अष्टम चन्द्र | निम्न नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबलम ०८:११ तक:अश्विनी, कृत्तिका, मॄगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, स्वाती, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद उसके पश्चात – निम्न नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबलम अगले दिन सूर्योदय तक:भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, रेवती | ||
पञ्चक रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न | |||
आज के दिन के लिए पञ्चक रहित मुहूर्त:०५:४० – ०६:३५ शुभ मुहूर्त ०६:३५ – ०८:११ मृत्यु पञ्चक ०८:११ – ०८:५२ अग्नि पञ्चक ०८:५२ – ११:०८ शुभ मुहूर्त ११:०८ – १३:२८ रज पञ्चक १३:२८ – १५:४६ शुभ मुहूर्त १५:४६ – १७:५० चोर पञ्चक १७:५० – १९:३३ शुभ मुहूर्त १९:३३ – २१:०० रोग पञ्चक २१:०० – २१:५४ शुभ मुहूर्त २१:५४ – २२:२६ मृत्यु पञ्चक २२:२६ – २४:०१ रोग पञ्चक २४:०१ – २५:५७ शुभ मुहूर्त २५:५७ – २८:११ मृत्यु पञ्चक २८:११ – २९:४१ अग्नि पञ्चक | आज के दिन के लिए उदय-लग्न मुहूर्त:०५:४० – ०६:३५ कर्क ०६:३५ – ०८:५२ सिंह ०८:५२ – ११:०८ कन्या ११:०८ – १३:२८ तुला १३:२८ – १५:४६ वृश्चिक १५:४६ – १७:५० धनु १७:५० – १९:३३ मकर १९:३३ – २१:०० कुम्भ २१:०० – २२:२६ मीन २२:२६ – २४:०१ मेष २४:०१ – २५:५७ वृषभ २५:५७ – २८:११ मिथुन २८:११ – २९:४१ कर्क | ||
दैनिक उपवास और त्यौहार | |||
गायत्री जापम,भाद्रपद प्रारम्भ *उत्तर |