सनातन हिन्दू पंचांग , वैदिक पंचांग ,पञ्चाङ्ग शुक्रवार- 24 जुलाई 2020, Today's Panchang-july 24-2020,

सनातन हिन्दू पंचांग को वैदिक पंचांग कहा जाता है। इस पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बनता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण हैं। इस कॉलम के माध्यम से हम आपको दैनिक पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिन्दू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देने का प्रयास करते हैं।

शुक्रवार, जुलाई २४, २०२० का पञ्चाङ्ग बरेली, भारत के लिए
सूर्योदय:०५:३०सूर्यास्त:१९:०७
हिन्दु सूर्योदय:०५:३४हिन्दु सूर्यास्त:१९:०३
चन्द्रोदय:०९:००चन्द्रास्त:२२:०४
सूर्य राशि:कर्कचन्द्र राशि:सिंह – २१:३७ तक
सूर्य नक्षत्र:पुष्य  
द्रिक अयन:दक्षिणायणद्रिक ऋतु:वर्षा
वैदिक अयन:दक्षिणायणवैदिक ऋतु:वर्षा
हिन्दु लूनर दिनाँक
शक सम्वत:१९४२ शर्वरीचन्द्रमास:श्रावण – अमान्त
विक्रम सम्वत:२०७७ प्रमाथी श्रावण – पूर्णिमान्त
गुजराती सम्वत:२०७६पक्ष:शुक्ल पक्ष
तिथि:चतुर्थी – १४:३४ तक  
नक्षत्र, योग तथा करण
नक्षत्र:पूर्वाफाल्गुनी – १६:०३ तकयोग:वरीयान् – ०८:५९ तक
प्रथम करण:विष्टि – १४:३४ तक  
द्वितीय करण:बव – २५:१८ तक  
अशुभ समय
दुर्मुहूर्त:०८:१६ – ०९:१०वर्ज्य:२२:४४ – २४:१३
 १२:४६ – १३:४०  
राहुकाल:१०:३७ – १२:१९गुलिक काल:०७:१५ – ०८:५६
यमगण्ड:१५:४१ – १७:२२  
शुभ समय
अभिजित मुहूर्त:११:५२ – १२:४६अमृत काल:१०:०६ – ११:३५
अन्य
आनन्दादि योग:सिद्धि – १६:०३ तकतमिल योग:अमृत – १६:०३ तक
 शुभ सिद्ध
होमाहुति:बुधअग्निवास:पृथ्वी
भद्रावास:मृत्यु – १४:३४ तक  
निवास और शूल
दिशा शूल:पश्चिम मेंराहु काल वास:दक्षिण-पूर्व में
नक्षत्र शूल:उत्तर में १६:०३ सेचन्द्र वास:पूर्व में २१:३७ तक
   दक्षिण में २१:३७ से
चन्द्रबलम और ताराबलम
निम्न राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम २१:३७ तक:मिथुन, सिंह, तुला,
वृश्चिक, कुम्भ, मीन
*मकर राशि में जन्में लोगो के लिए अष्टम चन्द्रउसके पश्चात –
निम्न राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम अगले दिन सूर्योदय तक:मेष, कर्क, कन्या,
वृश्चिक, धनु, मीन
*कुम्भ राशि में जन्में लोगो के लिए अष्टम चन्द्र
निम्न नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबलम १६:०३ तक:अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी,
आर्द्रा, पुष्य, मघा,
उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती,
अनुराधा, मूल, उत्तराषाढा,
श्रवण, शतभिषा, उत्तर भाद्रपद
उसके पश्चात –
निम्न नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबलम अगले दिन सूर्योदय तक:भरणी, रोहिणी, मॄगशिरा,
पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी,
हस्त, चित्रा, विशाखा,
ज्येष्ठा, पूर्वाषाढा, श्रवण,
धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
पञ्चक रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न
आज के दिन के लिए पञ्चक रहित मुहूर्त:०५:३४ – ०७:१८ शुभ मुहूर्त
०७:१८ – ०९:३६ रोग पञ्चक
०९:३६ – ११:५२ शुभ मुहूर्त
११:५२ – १४:११ मृत्यु पञ्चक
१४:११ – १४:३४ अग्नि पञ्चक
१४:३४ – १६:०३ शुभ मुहूर्त
१६:०३ – १६:२९ रज पञ्चक
१६:२९ – १८:३३ शुभ मुहूर्त
१८:३३ – २०:१६ चोर पञ्चक
२०:१६ – २१:४४ शुभ मुहूर्त
२१:४४ – २३:०९ रोग पञ्चक
२३:०९ – २४:४४ चोर पञ्चक
२४:४४ – २६:४० शुभ मुहूर्त
२६:४० – २८:५४ रोग पञ्चक
२८:५४ – २९:३४ शुभ मुहूर्त
आज के दिन के लिए उदय-लग्न मुहूर्त:०५:३४ – ०७:१८ कर्क
०७:१८ – ०९:३६ सिंह
०९:३६ – ११:५२ कन्या
११:५२ – १४:११ तुला
१४:११ – १६:२९ वृश्चिक
१६:२९ – १८:३३ धनु
१८:३३ – २०:१६ मकर
२०:१६ – २१:४४ कुम्भ
२१:४४ – २३:०९ मीन
२३:०९ – २४:४४ मेष
२४:४४ – २६:४० वृषभ
२६:४० – २८:५४ मिथुन
२८:५४ – २९:३४ कर्क
दैनिक उपवास और त्यौहार
विनायक चतुर्थी
अन्दल जयन्थी

By vandna

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