स्वप्न शास्त्र के अनुसार कौन से सपने देते हैं जीवन में धन लाभ के संकेत, जानिये

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Astro Desk-सुरमई अंखियों में सजा नन्हा-मुन्ना सपना अपना हो तो मज़ा आ जाए। वर्तमान की बात करें तोआज हर आंखों का सपना है ‘धन’। और बात यदि धन के सपनों की करें तो स्वाभाविक जिज्ञासा होगी कि आखिर उन सपनों के संकेत क्या होते हैं। धन के सपनों में प्रमुख रूप से जल, श्वे रंग, फूल, फल, पशु, अनाज, पात्र और देवी-देवता का महत्व है।सपने में जिन्हें देखने से गरीबी दूर होने के संकेत मिलते हैं। मान्यता है कि ये शुभ सपने होते हैं जो धन लाभ में होने वाली रुकावटों को कम करते हैं। बताया जाता है कि कई बार यह सपने इतने अधिक प्रभावशाली हो जाते हैं कि इनकी वजह से धन प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं।

अच्छा भोजन- विद्वानों का मानना है कि जो लोग सपने में खुद को अच्छा भोजन ग्रहण करते हुए देखता है तो ये धन लाभ की ओर संकेत करता है। मान्यता है कि खाने से जुड़े सपने इस बात का सूचक होते हैं कि भविष्य में आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और उन्नति के योग बनेंगे।

मोर पंख- स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में जिन्हें मोर पंख दिखाई दे, उन्हें भी जल्दी कोई धन से संबंधित शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। माना जाता है कि स्वप्न में मोर पंख देखना बेहद शुभ होता है। इसके फलस्वरूप लोगों के आने वाले दिनों में धन लाभ हो सकता है। हालांकि, कहते हैं अगर कोई मनुष्य सपने में मोर पंख देखता है, तो उसे इस बात का जिक्र किसी के सामने नहीं करना चाहिए।

झाड़ू- मान्यता है कि मां लक्ष्मी को झाड़ू बेहद पसंद है इसलिए इसे वैभव का प्रतीक भी माना जाता है। कहते हैं कि जो लोग सपने में झाड़ू देखते हैं, उनके घर से दरिद्रता अपना वास छोड़ देती है और धन लाभ के योग बनने लगते हैं। साथ ही ये भी कहा जाता है कि ऐसा सपना अपनी पत्नी या मां को जरूर बताना चाहिए।

फूल: सपने में कमल, केतकी, नागकेसर, चमेली, चांदनी एवं गुलमोहर के फूल देखना भी धन-संपत्ति में बढ़ोतरी का संकेत है। फूल पर बैठी तितली देखना भी काफी शुभ माना गया है। इसका मतलब आपको जल्द ही धन प्राप्त हो सकता है।

श्वेत रंग-स्वप्न विज्ञानियों की मान्यता है कि सपने में सफेद रंग का विशेष महत्व होता है। इस रंग को सुख-समृद्धि, शांति एवं सौजन्य का प्रतीक माना गया है। इसलिए सपने में सफेद वस्त्र देखना, सफेद वस्त्र धारण करना, श्वेत फूलों की माला देखना, सफेद बर्फ से ढंका पर्वत देखना, सफेद समुद्र, सफेद मंदिर का शिखर, सफेद ध्वजा, शंख और श्वेत सूर्य-चंद्र आदि समृद्धि एवं प्रचुर मात्रा में धनागमन का संकेत हैं।

फल-स्वप्नशास्त्री के. मिलर के अनुसार सपने में स्वयं के हाथों में फल टपके, फल वाले वृक्षों का दर्शन करें, आंवला, अनार, सेब, नारियल, सुपारी एवं काजू आदि को देखें तो धन आने की प्रबल संभावना है। फल का सेवन अलग-अलग स्वप्न विशेषज्ञों की राय में शुभ-अशुभ दोनों माना गया है जबकि केले के संबंध में अधिकांश विशेषज्ञ एकमत हैं कि वह अशुभ है और कई मामलों में मृत्युसूचक या मृत्युतुल्य कष्ट सूचक भी।

पशु-पशुओं-पशु-पशुओं का सपने में दिखाई पड़ना भी विशेष रूप से धनागमन का संकेत माना गया है। मस्त हाथी, गाय, अश्व, बैल, बिच्छू, बड़ी मछली, श्वेत सर्प, बंदर कछुआ एवं कस्तूरी मृग जहां अचानक विशेष धन प्राप्ति के प्रतीक माने गए हैं।

वहीं मधुमक्खी के विषय में कहा गया है कि सका स्वप्न देखने वाले व्यक्ति का बैंक के खाते में दिन दूना, रात चौगुना धन बढ़ता है। जबकि सपने में चूहे देखने वाले व्यक्ति का बैंक में छोटा-मोटा खाता खुलना तय है।

अनाज-सपने में व्यक्ति अनाज के ढेर पर स्वयं को चढ़ता देखे और उसी समय उसकी नींद खुल जाए तो धन लाभ, निश्चित समझे। उसी तरह चावल, मूंग, जौ, सरसों आदि भी धन प्राप्ति का संकेत देते हैं।

पात्र-कलश-पानी से भरा घड़ा और बड़े पात्रों को धन आगमन का सुनि‍श्चित प्रतीक माना गया है। एक सपने के विषय में दुनिया भर के स्वप्नशास्त्री एकमत है। उनके अनुसार मिट्‍टी का पात्र देखना सर्वश्रेष्ठ होता है। ऐसे व्यक्ति को शीघ्र ही अपार धन संपदा की प्राप्ति होती है। साथ ही भूमि लाभ भी मिलता है।

दैवीय प्रतीक-भारतीय स्वप्न विशेषज्ञों के अनुसार सपने में पितृ अथवा दिवंगत पूर्वजों का दर्शन एवं उनके आशीर्वाद विशेष सफलतादायक है। मंदिर, शंख, गुरु, शिवलिंग, दीपक, घंटी, द्वार, राजा, रथ, पालकी, उजला आकाश एवं पूनम का चंद्र आदि भी विशेष समृद्धिदायक एवं भाग्योदय का प्रतीक माने गए हैं।

उपरोक्त समस्त संकेत हैं धनागमन के, किंतु कर्म, प्रयास और परिश्रम न किए जाएं तो सपने फिर सपने होते हैं। सपने कब अपने होते हैं।

इन संकेतों से प्रेरणा लेकर अपने कार्यों की रूपरेखा तैयार करना तो ठीक है किंतु उनके भरोसे बस हाथ पर हाथ धरे सपना साकार होने का इंतजार करना नादानी है।