Astro Desk. ज्योतिष में मनुष्य को जन्मानुसार 12 राशियों में बांटा गया है। प्रत्येक राशि के स्वामी एक-एक ग्रह होता है। स्वामी ग्रह का राशि पर पूरा प्रभाव रहता है। कुंभ और मकर राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव हैं। इन राशियों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है। जीवन के कठिन दौर में भी शनिदेव की कृपा से इन लोगों को कम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव को कर्म फल प्रदाता कहा जाता है। शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उसे फल देते हैं। इसीलिए ज्योतिष में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है।
इसके साथ ही शनि को क्रूर और पाप ग्रह भी कहा जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई सुरक्षित रहना चाहता है। जहां शनि के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है तो वहीं शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति का जीवन राजा के समान हो जाता है। शनिदेव की कृपा से रंक भी राजा बन जाता है। कुंभ और मकर राशि वाले भाग्यशाली होते हैं। आइए जानते हैं कुंभ और मकर राशि के जातकों के बारे में….
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इस राशि पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है।
कुंभ राशि के जातक काफी सरल स्वभाव के होते हैं, जिस वजह से शनिदेव इन पर विशेष कृपा करते हैं।
कुंभ राशि के जातक हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। शनिदेव उन लोगों से प्रसन्न रहते हैं जो दूसरों की मदद करते हैं।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं।
मकर राशि के जातकों पर शनिदेव मेहरबान रहते हैं।
शनिदेव की कृपा से मकर राशि के जातक दुखों से दूर रहते हैं।
मकर राशि के जातक किस्मत के भी धनी होते हैं।
इनके स्वभाव के कारण शनिदेव इस राशि के जातकों से प्रसन्न रहते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियां सामान्य जनश्रुतियों एवं सामान्य ज्योतिषीय ज्ञान पर आधारित हैं। हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। दिये गये उपायों अथवा जानकारी पर अमल करने पूर्व संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)