ए.के. आई हॉस्पिटल आपकी आंखों की सभी समस्याओं के समाधान का करीब चार दशकों से विश्वसनीय स्थान है। हमारा लक्ष्य आपकी आंखों को उच्चतम गुणवत्ता की देखभाल और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। जिससे आप इस सुन्दर संसार को सुस्पष्ट रूप देख सकें। ए.के. आई हॉस्पिटल नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में स्टेट ऑफ आर्ट सुविधाओं और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित एक सुपर स्पेशियालिटी केन्द्र है। ए.के. आई हॉस्पिटल आपकी आंखों के उपचार के लिए अन्तरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सर्जरी के अत्याधुनिक उपकरण, मशीनें एवं सुविधाओं से युक्त है। ?
मोतियाबिन्द : आंखों के अन्दर मौजूद प्राकृति लेन्सों को जब एक झिल्ली जैसे पर ढक लेती है, तो उसे मोतियाबिन्द कहते हैं। इसके इलाज के लिए हम विश्व के आनुनिधकतम 1.4 मिमी माइक्रोइनसीजन कैटरैक्ट सर्जरी यानि (एमआईसीएस) तकनीक से मोतियाबिन्द का ऑपरेशन करते हैं।
1- बिना टांका, बिना चीरा और बिना इंजेक्शन के दर्द रहित सर्जरी तकनीक।
2- अधिक सटीकता एवं सुरक्षित विधि है।
3- ऑपरेशन के बाद तीव्र एवं त्वरित सुधार।
4- सर्वश्रेष्ठ दृष्टि प्राप्ति में सहायक।
जब आंख के अन्दर की दृष्टि नसें यानि ऑप्टिक नर्व्स इन पर दवाब बढ़ने से ध्वस्त हो जाती हैं परिणामस्वरूप दृष्टि में बाधा उत्पन्न हो जाती है। मरीज को अत्याधिक धुंधला दिखायी देता है। चूंकि समस्त विश्व में कालामोतिया यानि ग्लूकोमा का कोई स्थायी तरीका नहीं है जो नसों के ध्वस्त होने का कारण जान सके। इसलिए आंखों का नियमित चेकअप आवश्यक है, जिससे कालामोतिया शुरूआती दौर में ही पकड़ में आ जाये और व्यक्ति को अंधेपन से बचाया जा सकता है।
कालामोतिया के मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधा :
1- ग्लूकोमा वर्क-अप, आंखों के दवाब की जांच।
2- दृष्टि क्षेत्र विश्लेषण यानि विजुअल फील्ड एनालिसिस।
3- ऑप्टिकल कोहेरेन्स टोमोग्राफी।
कॉर्निया :-
आंखों के ऊपर सबसे बाहरी परत को कॉर्निया कहते हैं। यह वस्तुतः आंख का लेन्स होता है। आंख की फोकस करने की शक्ति के 75 प्रतिशत इसी पर निर्भर करती है। कॉर्निया में कोई रक्त वाहिका नहीं होती, बल्कि इसमें तंत्रिकाओं का एक जाल होता है। इसको पोषण देने वाले द्रव्य वही होते हैं, जो आंसू और आँख के अन्य पारदर्शी द्रव का निर्माण करते हैं।
सुविधाएं :-
1-कॉर्नियल टोपोग्राफी, कॉर्निया की मोटाई की माप।
2-चश्मा हटाने के लिए लेसिक लेजर द्वारा इलाज।
रेटिना :-
आंख हम से जो दृश्य देखते हैं वह पहले कॉर्निया के माध्यम से आंख के रेटिना पर उसकी इमेज बनाता है। आंख के भीतर रेटिना बेहद नाजुक हिस्सा होता है। कई बार रेटिना के आसपास गैर-जरूरी झिल्ली बन जाने से इनसान की आंखों की दृष्टि कम होने लगती है। डायबिटीज के मरीजों में रेटिना के खराब होने का खतरा ज्यादा रहता है। ए.के. आई हॉस्पिटल अपने और एम्स के विशेषज्ञों के माध्यम से रेटिना के इलाज के लिए समर्पित है। ?
1- फण्डस फोटोग्राफी के साथ डायबिटिक क्लीनिक।
2- डिजिटल फ्लारीसीन एंजियोग्राफी।
3- ऑप्टिकल कोहेरेन्स टोमोग्राफी।
4- अल्ट्रासोनो ग्राफी और
5- रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी फॉर प्री-टर्म बेबीज़।
अन्य सुविधाएं :-
1- डायबिटिक रेटिनोपैथी, रेटिनल ब्रेक्स आदि।
2- आयु सम्बंधी नेत्र रोगों का निदान।
3- मोतियाबिन्द के बाद वाईएजी लेजर
डा. अमित तरफदार
डॉ. चैती तरफदार
डॉ. अनिर्वान तरफदार
सम्पर्क : 1136, संजय नगर स्टेडियम रोड, बरेली।
फोन : 0581-2301511
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