सौरमंडल में बड़ी घटना घटने वाली है।देवगुरु बृहस्पति राशि परिवर्तन कर रहे हैं और 21 नवम्बर 2021 से 141 दिन कुम्भ राशि में गोचर करेंगे। गुरु ने इतने समय मकर में गोचर किया, अब कुम्भ में आएंगे तो आप ये समझ लीजिए कि वे कोई खास परिणाम नही देंगे। किसी-किसी के लिए गुरु की शुभता बढ़ेगी पर नाममात्र की। शनि शिष्य हैं देवगुरु के। शिष्य की गद्दी पर बैठकर गुरु हमेशा असहज ही महसूस करते हैं। तो कुम्भ में भी देवगुरु पूरी तरह शुभ नहीं हुए रहेंगे। पूरा बल प्राप्त नहीं हो पायेगा।
जानिये क्या प्रभाव होगा आपकी राशि पर (इस पोस्ट को राशि के हिसाब से देखें केवल जन्म राशि से)। मैंने इसकी राशि के अनुसार गणना की है। जरूरी नहीं कि आपकी राशि पर सटीक बैठे। सटीक गणना के लिए आपकी पत्रिका में गुरु की स्थिति नवमांश में और गुरु की नक्षत्र दशा और अन्तर्दशा आदि भी महत्वपूर्ण हैं।
मेष राशि — आपकी राशि मे गुरु नवम और द्वादश भाव के स्वामी होकर आपके दसवें घर में गोचर कर रहे थे। अब गुरु आपकी राशि से एकादश भाव से गोचर करेंगे। शनि के साथ आपको कैरियर में काफी संघर्ष करना पड़ा। इस दौरान इतने दिन दशम भाव यानी कैरियर की हानि कर रहे थे, अब आय की हानि करेंगे। इसका सीधा असर आपकी आय पर पड़ेगा, आपको नुकसान उठाना पड़ेगा। जिनको नौकरी नहीं मिल रही थी, अब नौकरी मिलने का समय है।
गुरु आपकी राशि मे द्वादश के स्वामी होकर आपकी राशि में गोचर करेंगे तो स्वास्थ्य संबंधी समस्या देंगे और आपका संबंध अस्पताल से भी बन सकता है। कहीं कोई कोर्ट केस है तो आप इस दौरान कमजोर हो सकते हैं। अब गुरु यहां से आपके तीसरे भाव को देखेंगे और आपके पराक्रम में वृद्धि करेंगे। भाइयों का विवाद है तो सुलझने के योग बनेंगे। पंचम पर दृस्टि डालेंगे। अगर संतान नहीं हो रही या संतान संबंधी समस्याएं हैं तो राहत महसूस करेंगे। पढ़ने वालों के लिए अत्यंत शुभ स्थित बन रही हैय़ आपको सफलता मिलने का समय है। सप्तम पर दृष्टि पड़ेगी, ऐसे में जिनकी शादी में बाधा है तो यह बाधा दूर होने का समय है। वैवाहिक जीवन खराब चल रहा है तो आपको काफी राहत मिलेगी। साझे में कोई काम यदि आप कर रहे हैं तो लाभ की उम्मीद है। साझेदारी मजबूत होगा। बिगड़े हुए संबंध सुधरने की स्थित है। कुल मिलाकर गुरु का यह गोचर आपकी राशि के लिए मिला-जुला लाभ और हानि करने वाला होगा।
वृष राशि — आपकी राशि में गुरु आठवें और एकादश भाव के स्वामी होकर आपके दशम भाव पर गोचर करेंगे। यह समय आपके कैरियर-नौकरी के हिसाब से अच्छा नहीं होगा। अगर आप नौकरी तलाश कर रहे हैं या कोई नया काम करने की सोच रहे हैं तो आपको निराशा ही हाथ लगेगी। आपकी राशि से एकादश के स्वामी होकर द्वादश में गोचर करेगे तो आय में कमी देखने को मिलेगी नुकसान होने का समय है, खर्च बढ़ने का समय है. सावधान रहें ।
गुरु अपनी पंचम दृष्टि से आपके धन भाव को देखकर आपके नुकसान और हानि की भरपाई भी करवा देंगे। जो खर्च होगा उसकी व्यवस्था गुरु कर देंगे। सप्तम से चौथे भाव को देखेंगे। अगर घर का वातावरण ठीक नहीं रहता, घर में लड़ाई-झगड़ा रहता है तो आप इस दौरान इन सबमें शांति देखेंगे। आपको घर में सुकून महसूस होगा । माता का स्वास्थ्य खराब है तो राहत मिलेगी। नया वाहन खरीदने की सोच रहे है तो आपके लिए रास्ता खुला है और योग बनेंगे। नवम से छठे भाव को देखेंगे। ऐसे में यदि आप को कोई बीमारी है तो राहत मिलने की उम्मीद है। कर्ज है तो चुकाने के लिए रास्ते बनने वाले हैं। मामा की तरफ से भी मदद मिल सकती है। सरकारी सेवा के लिए तैयारी करने वाले अगर आपकी कोई परीक्षा है तो अच्छे योग बन रहे हैं। आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। कुल मिलाकर आपकी राशि के लिए कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक परिणाम रहेगा।
मिथुन राशि — आपकी राशि में गुरु सप्तम ओर दशम भाव के स्वामी होकर नवम भाव से गोचर करेंगे। दशम से द्वादश गोचर के कारण आपके कैरियर में कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। नई नौकरी की तलाश है तो अधूरी ही रहेगी। वैवाहिक जीवन खराब चल रहा है तो कुछ राहत मिल सकती है। जिनकी शादी होने में समस्या है तो बाधा दूर हो सकती है। धार्मिक यात्रा पर जाने का सौभाग्य मिल सकता है। धर्म-कर्म पूजा-पाठ में रुचि बढ़ सकती है। पंचम दृष्टि से लगन को देखेंगे गुरु तो आपको काफी मानसिक शांति देंगे। दिमाग स्थिर रहेगा, पराक्रम में वृद्धि होगी। यदि बड़ा भाई है तो उनकी तरफ से कोई शुभ समाचार मिलेगा। संतान सुख मिलेगा। पढ़ने वालों के लिए उत्तम स्थिति है। आपकी राशि शनि और गुरु के गोचर के कारण काफी समय से परेशान चल रही है पर अभी भी कोई राहत की उम्मीद नही है। जब तक शनि कुम्भ में और गुरु मीन में नही आ जाते, तब तक परेशानियां बनी रहेगी। इन दोनों के राशि परिवर्तन करते ही पिछले सालों की सारी कसर पूरी होगी आपकी। अतः निराश न हों। आपका समय बहुत जबरदस्त होगा आने वाले समय में।
कर्क राशि — आपकी राशि में गुरु छठे औरर नवम भाव के स्वामी हैं और आपके आठवें भाव से गोचर करेंगे। आपके लिए रोगों का समय है। पहले से कोई रोग है तो बढ़ सकता है। कर्ज है तो बढ़ोतरी हो सकती है। नया कर्ज भी लेना पड़ सकता है। मामा पक्ष की स्थति भी खराब होगी। दुर्घटना की संभावना है। बच कर रहें, भाग्य का साथ नहीं मिल पायेगा। भाग्य वैसे भी काफी समय से आपके साथ नहीं है और अब भी यही स्थिति है।
गुरु पंचम दृष्ट से द्वादश को देखेगा। यदि कोई कोर्ट केस है तो फैसला हो सकता है। यदि आप पढ़ाई या काम के लिए विदेश जाना चाहते हैं तो स्थति आपके पक्ष में रहेगी। यदि आपका अस्पताल से संबंध बना हुआ है तो आपको राहत मिलेगी। धन की स्थति में सुधार हो सकता है। कुटुंब में यदि कोई झगड़ा है तो हल निकल सकता। घर में क्लेश रहता है तो राहत मिलेगी और आप सुकून का अनुभव करेंगे। वाहन खरीदना चाहते हैं तो समय आपके पक्ष में रहेगा और आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।
सिंह राशि — आपकी राशि मे गुरु पंचम ओर आठवें भाव के स्वामी होकर इतने दिन छठे भाव से गोचर कर रहे थे और आप पहले परेशान थे कर्ज, रोग, चोट, दुर्घटना से। अब शनि आपके सप्तम भाव से गोचर करेंगे। प्रेम विवाह करने वालो के लिए अच्छा योग बन सकता है। शादी हो चुकी है तो जीवन साथी के साथ विचारों में मतभेद दिख सकते हैं। पहले से ही आप इसका सामना कर रहे हैं तो कुछ कमी-बढ़ोतरी के साथ यह समस्या बनी रहेगी। साझेदारी में कोई काम कर रहे हैं तो धोखा मिलने के योग हैं। सावधान रहें अपने साझेदार से। पहले भी आप ऐसा धोखा खा चुके हैं। हालांकि अब गुरु सप्तम से आपके एकादश भाव को देखकर आपकी आय को बढ़ा सकते हैं। आय के नवीन स्रोत बन सकते हैं। लगन को देखकर आपको मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत करेगे, आपका व्यक्तित्व निखर कर सामने आएगा। तीसरे भाव पर दृष्टि डालकर आपके प्रभाव को बढ़ाएंगे। बड़े भाई के साथ अगर किसी भी प्रकार का विवाद है तो हल होने का योग है। कुल मिलाकर आपकी राशि को यह गोचर कुछ ही राहत देगा ।
कन्या राशि — आपकी राशि में गुरु दो केंद्रों के स्वामी चौथे और सप्तम के होकर छठे भाव से गोचर करेंगे। आपको घर में रहने में अशांति महसूस होगी। घर में वाद-विवाद बढ़ेगा। माता के स्वास्थ्य या माता की किसी समस्या को लेकर परेशान रहेंगे। यह सब आपके साथ काफी समय से चल रहा हैं और इसमें कोई राहत की उम्मीद नहीं है। दुर्घटना का भी योग है, सावधान रहें। अगर आप काफी समय से किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो कुछ राहत मिलेगी। कर्ज से परेशान हैं तो भी आप राहत की उम्मीद कर सकते हैं। आपका विवाह नहीं हो रहा तो इन दिनों भी कोई विशेष योग नहीं है। विवाहित हैं और आपके वैवाहिक जीवन की स्थिति काफी समय से खराब है तो उसमें कोई सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। गुरु छठे भाव से आपके दशम भाव को देखेंगे तो नौकरी में चल रही समस्या में राहत की उम्मीद है। विदेश जाना चाहते हैं, कोई कोर्ट केस है या अस्पताल से संबंध बना हुआ है तो राहत मिलने की संभावना है। धन की स्थिति में भी सुधार होगा। आय और खर्च बराबर होगा। आपके लिए यह गोचर कुछ विशेष नहीं होगा।
तुला राशि — आपकी राशि में गुरु तीसरे और छठे भाव का स्वामी होकर पंचम से गोचर करेगा। पिछले काफी समय में गुरु आपके चौथे भाव से गोचर कर आपके घर की शांति को खत्म कर चुका था। वाहन द्वारा चोट भी लगी होगी। लेकिन, अब आपको इन समस्याओं से राहत मिलती दिख रही है। पंचम से गोचर हो रहा है, ऐसे मेंआप अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें। बच्चो से संबंधित कोई घटना का योग बन रहा है, सावधान रहें। यदि आपके शत्रु आप पर हावी थे तो अब स्थिति में बदलाव होगा। किसी बीमारी या शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे हैं तो राहत मिलना प्रराम्भ होगी। गुरु पंचम से नवम को देखेंगे तो धार्मिक यात्रा का समय है, धार्मिक खर्च का समय है। कुछ भाग्य का भी साथ मिलेगा, आय में वृद्धि होने की संभावना भी है। लाभ हो सकता है अचानक। आपका व्यक्तित्व अब उभर कर सामने आएगा। मानसिक रूप से मजबूत महसूस करेंगे आप। आपके लिए भी यह गोचर सामान्य ही रहेगा।
वृश्चिक राशि – गुरु आपकी राशि में धन भाव और पंचम के स्वामी हैं। पिछले कई महीनों से गुरु ने आपकी आर्थिक रूप से कमर तोड़ रखी थी। बच्चो की चिंता लगातार आपको परेशान कर रही थी किसी न किसी कारण से तो आपको इन दोनों चीजों में कुछ राहत मिल सकती है। गुरु अब आपके चौथे भाव से गोचर करेगे तो घर का वातावरण कुछ खराब होगा। घर मे रहने में आपको बेचैनी महसूस होगी। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें क्योंकि चौथे भाव के मालिक भी अपने भाव से द्वादश गोचर कर रहे हैं। पंचम से अष्टम भाव पर दृष्ट होगी तो गुप्त ज्ञान, ज्योतिष आदि में रुचि बढ़ेगी। यदि ससुराल से संबंध खराब हैं तो मधुरता आ सकती है। कैरियर में, नौकरी में कोई समस्या है तो उसका हल निकल आएगा और आप राहत महूसस करेंगे। विदेश जाना चाहते हैं तो उचित समय है और योग बन सकता है। कुल मिलाकर आपके लिए मिला-जुला गोचर रहेगा गुरु का।
धनु राशि — आप पिछले काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्या, शारीरिक कमजोरी और चिड़चिड़ापन महसूस कर रहे थे। आपका कोई भी काम करने का मन नहीं कर रहा था। आलस्य आप पर हावी था। घर के लिए भी परेशान रहे, घर का वातावरण भी खराब रहा। धन की समस्या से भी आप पीड़ित रहे। आपकी वाणी ने भी आग उगली। आपको धन हानि भी हुई। अब इन सब चीजों में आपको राहत मिलती दिख रही है, कुछ न कुछ सुधार जरूर होगा। गुरु अब आपके तीसरे भाव से गोचर करेंगे और आपके सप्तम भाव को देखेंगे। अगर वैवाहिक जीवन को लेकर कोई समस्या है तो उसका रास्ता निकल जायेगा। साझेदारी में कोई मतभेद हैं तो सुलझ जायेंगे। नवम पर दृष्टि से भाग्य का कुछ सहारा मिलेगा। धार्मिक यात्रा और धार्मिक खर्च का योग है। एकादश भाव पर गुरु की दृष्टि आपकी खराब आर्थिक स्थिति में मरहम का काम जरूर करेगी। बड़े भाई से विवाद का भी योग है, सावधान रहें, हानि हो सकती है। आपके लिए यह गोचर कोई विशेष फायदेमंद नहीं होगा पर कुछ राहत मिलेगी।
मकर राशि — आपकी राशि में गुरु बाहरवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं। पिछले काफी दिनों से गुरु और शनि साथ में गोचर कर रहे थे और आपके जीवन में ग़दर मचा रखा था दोनों ने मिलकर। कई मकर राशि वालों की कमर तोड़ दी होगी गुरु ने, हालांकि कइयों को बहुत लाभ भी दिया होगा। आप पिछले दिनों केवल अतिआत्मविश्वास के कारण ही अपना काफी नुकसान करवा चुके हैं। शारीरिक रूप से भी परेशान रहे। आपका स्वभाव भी बिगड़ा होगा। कुल मिलाकर काफी परेशान रहे। लेकिन, अब गुरु आपकी राशि से निकलने वाले हैं और आपको उन सभी चीजों में राहत मिलेगी जिनके बारे में ऊपर लिखा गया है।
अब गुरु आपके धन भाव से गोचर करेंगे और धनेश शनि अपने घर से द्वादश हैं। ऐसे में धन नुकसान के प्रबल योग हैं। सावधानी रखें, खर्च बढ़ जाएंगे या मान लीजिए अनियंत्रित हो जायेंगे। अस्पताल में खर्च होने के ज्यादा योग है। अगर कोर्ट केस है तो मान लीजिए बड़ा खर्च या नुकसान होने वाला है। वाणी पर भी काबू रखें। आपके धन भाव से पंचम दृष्टि छठे भाव पर पड़ेगी। शत्रुओं के आपसे पराजित होने का समय है, उनके अंत का समय है। किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो राहत मिल सकती हैं। गुप्त विधा में रुचि बढ़ेगी। ससुराल से संबंध खराब हैं तो कुछ मधुरता देखने को मिलेगी। नौकरी में कोई समस्या चल रही थी तो अब राहत की उम्मीद कर सकते हैं। कुल मिलाकर कुछ राहत के साथ नई समस्याएं आपको आपके सामने खड़ी मिलेंगी।
कुंभ राशि — आपकी राशि मे गुरु धन भाव और आय भाव के स्वामी होकर लग्न से गोचर करेंगे। यह गोचर केवल इसी राशि के लिए अच्छा रहेगा पर साथ-साथ गुरु लग्न से गोचर कर आपको घमंड, अभिमान, अहंकार और अतिआत्मविश्वास भी देंगे। अगर आने वाले दिनों में आपने इन्हें संभाल लिया तो गुरु पंचम सप्तम और नवम पर दृष्ट डालकर आपकी हर इच्छा पूरी कर सकते हैं। अब या मान कर चलिये कि आपके अच्छे दिनों की शुरुआत हो चुकी है। जल्द ही गुरु आपके धन भाव में भी गोचर करेंगे और शनि लगन से तो आपका बुरा समय अब समाप्त होता है। 21 नवम्बर से 141 दिन बाद तक धन की स्थिति और आय में सुधार का आपका सुनहरा समय होगा ।
मीन राशि — गुरु आपकी राशि में प्रथम ओर दसवें भाव के स्वामी होकर बाहरवें भाव में गोचर करेंगे। यह गोचर आपके लिए अच्छा नहीं होगा। स्वास्थ्य संबंधी समस्या बढ़ेगी। यदि आप नौकरी करते हैं तो नौकरी करना आसान नहीं होगा। नौकरी छूट भी सकती है।व्यापार करते हैं तो व्यापार में भी परेशानी ही होगी। नौकरी या व्यापार के लिए जन्म स्थान से दूर जाने का समय है। अस्पताल से संबंध बनेगा। अगर कोई केस चल रहा है तो आपके खिलाफ फैसला आ सकता है। आप अपने आप को असहाय ओर कमजोर महसूस करेंगे। सावधानी की जरूरत है आपको इन सब मामलों में।
गुरु द्वादश से पंचम दृस्टि से चौथे भाव को देखेंगे तो घर का वातावरण सही होगा। शांति महसूस होगी। माता की सेहत में सुधार होगा। मामा के घर से किसी प्रकार की मदद मिल सकती है। वैवाहिक जीवन ठीक नहीं चल रहा तो कुछ राहत जरूर मिलेगी। साझेदार से सहयोग का समय है। आपके लिए भी यह गोचर मिला-जुला परिणाम देने वाला होगा।
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य
श्री अवध विमल ज्योतिष संस्थान
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