Life Style

खांसी का रामबाण इलाज…खांसी के दौरान क्या खाएं और क्या ना खाएं

खांसी एक आम समस्या है जो किसी भी मौसम में आपको हो सकती है। कई बार खांसी अपने आप ठीक हो जाती है तो कुछ मामलों में दवाओं का सहारा लेना पड़ता है। कभी-कभी खांसी की समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इसकी वजह से सीने और पसलियों में दर्द होने लगता है।इस लेख में हम आपको खानपान से जुड़ी जानकारियों के बारे में बता रहे हैं।

खांसी के प्रकार (Types of Cough in Hindi)

अगर खांसी आने पर साथ में बलगम भी निकल रहा है तो इसे बलगम वाली खांसी या गीली खांसी कहा जाता है।वहीं दूसरी तरफ अगर बलगम नहीं निकल रहा है तो इसे सूखी खांसी (Dry Cough) कहा जाता है।

सूखी खांसी की समस्या अक्सर रात के समय बहुत बढ़ जाती है और इससे लोगों की नींद डिस्टर्ब होने लगती है। यही वजह है कि खांसी की कई अंग्रेजी दवाओं (Khansi ki Medicine) में ऐसे घटक मिलाए जाते हैं जिससे नींद जल्दी आ जाए और खांसी से आराम मिले।

वैसे तो बाजार में खांसी के लिए कई कफ सिरप मौजूद हैं लेकिन अधिकांश लोग आयुर्वेदिक कफ सिरप लेना पसंद करते हैं।ऐसा इसलिए क्योंकि आयुर्वेदिक कफ सिरप (Ayurvedic Cough Syrup) पीने से नींद भी नहीं आती है और इससे पुरानी से पुरानी खांसी भी जल्दी ठीक हो जाती है।

खांसी होने के कारण ……

कभी कुछ अधिक ठंडी चीजें जैसे कि आइसक्रीम खा लेने या कोल्ड ड्रिंक पी लेने के बाद खांसी होना आम बात है। इसके अलावा जुकाम होने पर या गले में संक्रमण होने से भी खांसी की समस्या हो सकती है.

खांसी से राहत पाने के लिए आसान घरेलू उपाय (Home remedies for Cough in Hindi)

खांसी होने पर अधिकांश लोग घरेलू उपाय अपनाने के बारे में सोचते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का भी मानना है कि खांसी के इलाज में अगर सही तरीके से घरेलू इलाज अपनाएं जाएं तो खांसी जल्दी ठीक हो जाती है। आइए जानते हैं कि खांसी होने पर किन चीजों का सेवन करें :

शहद (Honey for Cough): शहद सूखी और कफ वाली दोनों तरह की खांसी के इलाज में बहुत कारगर है। रात में सोने से पहले अगर आप एक चम्मच शहद का सेवन करें तो सोते समय खांसी कम आती है। आयुर्वेद के अनुसार शहद में कफ शामक गुण होते है जो की खांसी की समस्या को कम करने मदद करते है।

तुलसी (Tulsi for Cough): आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही खांसी के इलाज के लिए तुलसी का प्रयोग किया जाता है। तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-इनफ्लेमेटरी, एंटीटसिव और एंटी-एलर्जिक क्षमताएं होती हैं जो खांसी से जल्दी राहत दिलाती हैं. यही वजह है कि खांसी की अधिकांश आयुर्वेदिक सिरप में तुलसी का उपयोग किया जाता है।

मुलेठी ( mulethi for Cough): मुलेठी को आयुर्वेद में यष्टिमधु भी कहा गया है जिसका निर्देश कफ संबंधी रोगों लेने का दिया गया है।गले के स्वास्थ्य के लिए मुलेठी बेहद फायदेमंद है. खांसी हो या गले में खराश हो मुलेठी का सेवन करने से जल्दी आराम मिलता है. मुलेठी गले में ज्यादा बलगम बनने से रोकती है और इस तरह यह खांसी से राहत दिलाती है.

काली मिर्च (Kali Mirch for Cough): काली मिर्च गले की जलन से राहत दिलाती है साथ ही अगर इसका सेवन शहद के साथ किया जाए तो खांसी से जल्दी आराम दिलाती है।

पिप्पली (Pippali for Dry Cough): पिप्पली की तासीर गर्म होती है।आयुर्वेदिक विशेसज्ञों के अनुसार, गला बैठने की समस्या से राहत दिलाने में यह बहुत कारगर है। इसके अलावा यह गले में मौजूद कफ को हटाने में भी मदद करती है ।

सोंठ (Sonth or Dry Ginger for Cough): खांसी और गले के संक्रमण के इलाज में उपयोग की जाने वाली की आयुर्वेदिक दवाओं में सोंठ का उपयोग प्रमुखता से किया जाता है.ठंड लगने या जुकाम की वजह से होने वाले खांसी को दूर करने में सोंठ बहुत उपयोगी है।

अमरूद के पेड़ की पत्तियों का सेवन(Consumption of guava tree leaves for Cough): : खांसी समस्या से परेशान होने पर, आपको अमरूद के पेड़ की पत्तियों का सेवन करना चाहिए। यह आपको खांसी से आराम मिल सकता है, विशेषकर जब सर्दी-गर्मी का मौसम चल रहा हो।अमरूद में मौजूद विटामिन B1, B3, और B6 आपके शरीर की बहुत सारी समस्याओं को सही कर सकते हैं। यहां तक कि अमरूद में हेल्दी मिनरल्स, फोलेट, और फाइबर भी प्रचुर मात्रा में होते हैं। अमरूद खाने से कार्बोहाइड्रेट की कम मात्रा मिलती है अमरूद की पत्तियों का सेवन करने से खांसी से राहत मिल सकती है, लेकिन आपको ध्यान देना चाहिए कि खांसी के समय पके हुए अमरूद का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे खांसी और अधिक बढ़ सकती है।

खांसी के लिए आयुर्वेदिक कफ सिरप (Best Ayurvedic Cough Syrup for Dry and Chronic Cough in Hindi)

अगर आप खांसी से परेशान हैं और आयुर्वेदिक कफ सिरप खोज रहे हैं तो आपको वो कफ सिरप (Khansi ka Syrup) लेना चाहिए जिसमें ऊपर बताई गई अधिकांश जड़ी-बूटियाँ शामिल हों. जैसे कि टाटा 1mg तेजस्या कफ रिलीफ सिरप में शहद, तुलसी, मुलेठी, सोंठ और पिप्पली सभी जड़ी-बूटियाँ मौजूद हैं जो इसे बेहद खास और प्रभावी बनाती हैं। आप सूखी खांसी से परेशान हो या बलगम वाली खांसी से, तेजस्या कफ सिरप का उपयोग दोनों में किया जा सकता है।

खांसी के दौरान क्या खाएं और क्या ना खाएं (What to Eat and not to Eat During Cough)

क्या ना खाएं

ठंडी चीजों से परहेज करें
फ्रिज में रखी लस्सी, कोल्ड ड्रिंक या छाछ पीने से बचें
अधिक तेल मसाले वाली चीजें ना खाएं
क्या खाएं

गुनगुना पानी पिएं
नमक के पानी से गरारे करें
गर्म तासीर वाली चीजें खाएं..

vandna

Recent Posts

उर्से मदारी में सपाइयों ने की शिरकत, दरगाह फ़ातेह अजमेर पहुँच कर की चादर पोशी

Bareillylive: समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल…

8 hours ago

खंडेलवाल कॉलेज में स्वभाव और संस्कार स्वच्छता सेवा पर हुआ अतिथि व्याख्यान

Bareillylive : खंडेलवाल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी बरेली में *स्वभाव और संस्कार स्वच्छता…

9 hours ago

एसआरएमएस मेडिकल कालेज में पिछले करीब आठ वर्ष से भर्ती किशोर का हुआ निधन

Bareillylive : एसआरएमएस मेडिकल कालेज में पिछले करीब आठ वर्ष से भर्ती किशोर निशांत गंगवार…

14 hours ago

वास्तु शास्त्र: मिथ या विज्ञान विषय पर कार्यशाला शनिवार को, विशेषज्ञ देंगे जानकारी

Bareillylive : एक उम्मीद संस्था द्वारा और इनरव्हील क्लब बरेली के योगदान से एक विशेष…

1 day ago

राष्ट्रीय इंस्पायर मानक विज्ञान प्रदर्शनी में वंदना शर्मा के बनाये मॉडल ने बटोरी सुर्खिया

Bareillylive : इंस्पायर मानक योजना के अंतर्गत प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित 11 वीं…

1 day ago

इनर व्हील क्लब मेन बरेली 311 ने किया शिक्षकों और शिक्षाविदों का सम्मान

Bareillylive : इनर व्हील क्लब मेन बरेली 311 की अध्यक्ष डॉ विनीता सिसोदिया, सचिव निरुपमा…

1 day ago