अंक ज्योतिष जिसे अंग्रेजी में न्यूमेरोलॉजी (Numerology) कहा जाता है, संख्याओं का विज्ञान है। इसमें हर मूलांक का कोई न कोई ग्रह स्वामी होता है और हर मूलांक संबंधित ग्रह की उर्जा और प्रभाव को दर्शाता है। हर मूलांक संख्या पर किसी न किसी ग्रह का स्वामित्व होता है, जिसका मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता है। अंक ज्योतिष की मदद से हम साल 2020 में हमारे जीवन में आने वाली परेशानियों और विपरीत परिस्थितियों के बारे में जान सकते हैं। केवल इतना ही नहीं जीवन में क्या-क्या नया होने वाला है और हमारे जीवन में किस क्षेत्र में नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी, इस बात का पता भी हमें अंक ज्योतिष राशिफल 2020 के माध्यम से पता चल सकता है। आइये जानते हैं कि अंक ज्योतिष आपके बारे में क्या कहता है:
अंक शास्त्र की भविष्यवाणियां आपके मूलांक के आधार पर दी जाती हैं। आपके मूलांक का पता आपकी जन्म की तारीख से पता चलता है। उदाहरण के लिये यदि आपका जन्म दिन किसी भी माह की 8.17 या 26 तारीख को हुआ है तो उनका मूलांक 8 होगा।
मूलांक 8 का स्वामी ग्रह शनि हैं. इस मूलांक के व्यक्ति प्रायः अन्तर्मुखी प्रवृति के होते है, ये लोग प्रचार-प्रसार से दूर एकनिष्ठ होकर अपने कामो में लगेरहते हैं, ये हर बात को गंभीरता से सोचते हैं. ये शांत, गंभीर व निश्छल प्रवृति वाले होते हैं. डा. मनमोहन सिंह इसी मूलांक के हैं। शनि अन्तरिक्ष में धीरे धीरे आगे बढ़्ने वाला ग्रह है अत: इस मूलांक वाले लोग भी धीरे धीरे सफलता पाते हैं, इनके कामो में रुकावट प्रायः आती रहती है. ये प्रायः दुनिया के लिए महत्वपूर्ण कार्य करते हैं, सामान्यतः लोग इनके कार्यो को अधिक महत्त्व नहीं देते है, जिससे ये एकाकी व एकान्तप्रिय भी हो जाते हैं जिससे ये समाज से अलग-थलग से हो जाते हैं. ये किसी लक्ष्य को निर्धारित कर पूरा अवश्य करते हैं, यह मार्ग में आने वाली बाधाओ से कभी निराश नहीं होते. इस अंक वाले व्यक्ति या तो अत्यंत सफल होते है या अत्यंत असफल, मध्यमार्गी कम ही मिकते हैं। ज्योतिषी बी.वी. रमन, अभिनेता धर्मेन्द्र, दादा कोडके, डिम्पल कपाडिया आदि मूलांक 8 के ही उदाहरण हैं।
यदि इनके शिक्षा की बात की जाय तो ये लोग प्रायः अच्छी शिक्षा प्राप्त करते हैं, लेकिन शिक्षा के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है। यदि ये शिक्षा के मार्ग में आने वाली कठिनाइयों का सामना करने के बजाय हार मान कर बैठ जाते हैं तभी इनकी शिक्षा अधूरी सकती है, लेकिन मूलांक 8 वाले जो लोग कठिनाइयों का सामना करने से नहीं घबराते वे उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं।
यदि इनके आर्थिक स्थिति की बात की जाय तो इनकी आर्थिक स्थिति को अच्छा कहा जा सकता है क्योंकि मूलांक 8 वाले लोगों में संग्रह करने की अच्छी प्रवृत्ति होती है। ये फ़िजूलखर्ची बिल्कुल नहीं करते, जो भी खर्चे करते हैं बहुत सोच समझ कर करते हैं यही कारण है कि ये काफ़ी धन इकट्ठा कर लेते हैं और धनवान हो जाते हैं।
यदि इनके सम्बंधों की बात की जाय तो सामान्यतय: मूलांक 8 वालों का अपने मित्रों परिजनों तथा अपने भाई बहनों से सामान्य सा रिश्ता ही रहता है। पिता से मतभेद होने की सम्भावना रहती है। इनके मित्र भी कम होते हैं उनसे इन्हें लाभ भी कम मिलता है। मूलांक 3-4-5-7-8 की ओर इनका लगाव ज्यादा रहता है।
यदि विवाह या प्रेम संबंधों की बात की जाय तो इनके प्रेम सम्बन्ध स्थाई नहीं रहते, कई बार तो ये मन ही मन में प्रेम करते रहते हैं। लेकिन मूलांक 8 वाली स्त्रियां प्रेम सम्बंधों में भी होशियारी से काम लेती हैं। प्रायः इनका विवाह देरी से होता हैं। लगभग 29 – 30 वर्ष की आयु में आमतौर पर इनका विवाह होता है। गृहस्थ जीवन के सुखी होने में व्यवधान आ सकता है। परस्पर अनबन रह सकती हैं। संतान कम होती है, संतान प्राप्ति में देरी भी हो सकती है लेकिन संतान धन संग्रह में सहयोग करती है।
यदि इनके कार्यक्षेत्र की बात की जाय तो मूलांक 8 वाले परिश्रम व लगन के कार्यो में सफल रहते है, ये डॉक्टर, कैमिस्ट, हार्डवेयर स्टोर, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदार, मशीनरी पर काम करने वाले के रूप में देखे गए हैं, बीमा एजेंट, प्रिंटिंग प्रेस आदि में भी ये सफल रहते हैं, शनि का अंक होने के कारण कुछ लोग मजदूरी करते हुए भी मिल सकते हैं।
यदि इनके स्वास्थ्य की बात की जाय तो मूलांक 8 वाले सामान्तः यकृत, तिल्ली, श्वसन-तंत्र , मूत्र व मल, उदर, त्वचा आदि से सम्बंधित रोग से पीड़ित हो सकते हैं। गुर्दे के रोग, आंतो के विकार, फोड़ा, रक्त सम्बंधित रोग, गठिया आदि भी होने की संभावनाए होती हैं. वृध्दावस्था में देखने व सुनने की शक्ति कमजोर हो जाती हैं. इन्हें मांसाहार से पुर्णतः बचकर रहना चाहिए ओर हमेशा शाकाहार का सेवन करना चाहिए।
इनके लिए 8, 17 व 26 तारीखे और बुधवार, शुक्रवार, सोमवार और गुरुवार के दिन शुभ रहते हैं। रंगों की बात करें तो इनके लिए गहरा भूरा, काला व नीला रंग अनुकूल होते हैं।