Badaun Journalists sent a memorandum to the President seeking security and a conducive environment for work

बदायूं। बदायूं के पत्रकारों ने पत्रकार मांग दिवस पर आज जिलाधिकारी के माध्यम से आठ सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा है। ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन एवं उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के देशव्यापी आह्वान पर भेजा गया है।

उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की स्थानीय शाखा द्वारा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में मांग की गयी है कि सरकारें पत्रकारों और मीडिया संगठनों के प्रति असहिष्णु होना बंद करें। साथ ही पत्रकारों के साथ अनुकूल माहौल बनाएं जहां मीडिया कर्मी और उनके संगठन स्वतंत्र रूप से कार्य करते हुए लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकें।

इसके अतिरिक्त यूनियन ने आठ सूत्रीय मांग पत्र में सभी राष्ट्रीय पत्रकार संगठनों व उनके प्रतिनिधित्व के साथ प्रेस परिषद के स्थान पर मीडिया परिषद का गठन करने की मांग की है। इसके अलावा केंद्रीय मीडिया प्रत्ययन समिति (सीएमएसी) और राज्य प्रत्यायन समितियों में सभी मान्यता प्राप्त राज्य व राष्ट्रीय पत्रकार संगठनों का प्रतिनिधित्व बहाल करने, स्वतंत्र मीडिया में भय का माहौल पैदा करने के लिए पत्रकारों और मीडिया संगठनों पर हमले बंद होने की मांग की गयी है। पत्रकारों के हमलावरों पर पुलिस में मामले दर्ज कराने, केंद्र व राज्य स्तर पर पत्रकार संरक्षण अधिनियम लागू करने, वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट एवं स्क्राइवर के लिए वेज रिवीजन मशीन भी बहाल करने, पीआईबी मान्यता नियमों में मनमाना और कठोर दिशानिर्देश वापस लेने, कोरोना के कारण मृतक पत्रकारों के परिवारों को पर्याप्त राहत का भुगतान करने की भी मांग की गयी है। साथ ही पत्रकारों को अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धा के रूप में मानने और रेलवे से मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सभी रियायतें बहाल करने की मांग की गई है।

ज्ञापन देने वालों में यूनियन के संरक्षक सुशील धीगड़ा, जिलाध्यक्ष विष्णु देव चांडक, महामंत्री वेद भानु आर्य, कोषाध्यक्ष सौरभ शंखधार, शरद शंखधार, आईएम खान, संजय सिंह गौर, सुधाकर शर्मा अजय पाठक, चंद्रपाल शर्मा, सदन कुमार गुप्ता, आलोक मालपानी, पवन वर्मा, उपेंद्र कुमार वर्मा, मोहम्मद शोएब आदि दर्जनों पत्रकार उपस्थित थे।

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