बरेलीः (Former MP Rajveer Singh died) आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे राजवीर सिंह का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह 83 बरस के थे और काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। वह जनसंघ, जनता पार्टी और भाजपा में सांगठनिक जिम्मेदारियां संभाल चुके थे और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। राजनीति के एक दौर में उनकी गिनती अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी और कल्याण सिंह के बेहद करीबी लोगों में होती थी। एक दौर ऐसा भी या जब वह सपा में शामिल हो गये और साइकिल पर सवार होकर आंवला से चुनाव भी लड़ा। हालांकि अब वह राजनीति में सक्रिय नहीं थे पर सपा में ही बने रहे।
राजवीर सिंह का जन्म 15 अक्टूबर 1938 को हुआ था। वह जनसंघ के सचिव, जनता पार्टी के महासचिव, उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वह 1989, 1991 और 1998 में बरेली की आंवला लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बने। 2004 में कुछ कारणों के चलते भाजपा छोड़ दी। मुलायम सिंह यादव के कहने पर उन्होंने सपा के टिकट पर आंवला लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ा था मगर करीबी मुकाबले में जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार कुंवर सर्वराज सिंह से हार गए। इसके बाद वह राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं रहे। इसकी बड़ी वजह उनका स्वास्थ्य था।
आपातकाल के दौरान गये थे जेल
25 जून 1975 में जब भारत में इमरजेंसी (आपातकाल) लगाई गई तो इंदिरा गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया। उस समय राजवीर सिंह को भी जेल का मुंह देखना पड़ा था। उनके साथ बरेली से और भी कई दिग्गज नेताओं को जेल जाना पड़ा था।
परिवार में दो बच्चे
राजवीर सिंह के दो बच्चे बेटा धीरेंद्र वीर सिंह उर्फ धीरू और एक बेटी है। बेटी की शादी उन्होंने बदायूं में की है। राजवीर सिंह की पुत्रवधू आशा सिंह बरेली कॉलेज में केमिस्ट्री की सहायक प्रवक्ता है। करीब 30 वर्ष पहले उनकी पत्नी का भी देहांत हो गया था।