हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में हुई धर्म संसद में विवादित बयानबाजी को लेकर दर्ज मुकदमे में धर्म बदलकर जितेंद्र नारायण त्यागी बन चुके वसीम रिजवी गुरुवार को गिरफ्तार कर लिये गये। हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन को गिरफ्तार किया है। इस मामले में फिलहाल किसी दूसरे की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
पता चला है कि जितेंद्र नारायण त्यागी को हरिद्वार की सीमा नारसन में प्रवेश करते ही गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में तीन अलग-अलग मुकदमें दर्ज है। उनकी गिरफ्तारी होने के साथ ही हरिद्वार पुलिस बेहद ही चौकन्नी हो गई है।
धर्म संसद में दिए गए भड़काऊ भाषण के मामले में सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब भी मांगा हुआ है। गुरुवार को रिजवी के हरिद्वार आने की सूचना मिलने पर हरिद्वार पुलिस चौकस हो गई। डीआईजी-एसएसपी के निर्देश पर सक्रिय हुई पुलिस टीम ने रिजवी के काफिले को नारसन सीमा पर ही रोक लिया, जिसके बाद रिजवी को हिरासत में ले लिया गया।
जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ दर्ज हैं ये मुकदमे
जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ शहर कोतवाली में कुल तीन मुकदमें दर्ज है। एक मुकदमा उन पर तब दर्ज हुआ था, जब वसीम रिजवी ही था। तब रिजवी ने यहां अपनी विवादित पुस्तक का विमोचन प्रेस क्लब संस्था के सभागार में किया था, जिसे लेकर बड़ा विवाद हुआ था। किताब में पैगंबर साहब को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की गई थी। फिर यहां से लौटने के बाद अपना धर्म परिवर्तन कर लेने के बाद उनकी नयी पहचान जितेंद्र नारायण त्यागी के तौर पर सामने आई थी। दिसंबर 2021 में हुई तीन दिवसीय धर्मसंसद में जितेंद्र नारायण त्यागी ने एक विशेष वर्ग को लेकर भड़काऊ भाषण दिया था जिसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी थी। इस संबंध में उनके खिलाफ दो मुकदमे मुस्लिम समाज ने दर्ज कराये थे।