नई दिल्ली। ग्राहकों की पसंद तेजी से बदली है और इसका अच्छा असर बाजार पर पड़ा है। लग्जरी सेगमेंट भी इससे अछूता नहीं है।
बीते एक-दो सालों में भारतीय कार बाज़ार काफी बदला है। बात चाहे हैचबैक, एसयूवी, सेडान की हो या फिर सब-कॉम्पैक्ट सेगमेंट की। ग्राहकों की पसंद तेजी से बदली है और इसका अच्छा असर बाजार पर पड़ा है। लग्जरी सेगमेंट भी इससे अछूता नहीं है।
मर्सिडीज, ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी कंपनियां यहां पहले से ही मौजूद हैं। इनका प्रदर्शन भी अच्छा खासा है। घरेलू बाजार में मौजूद इन मौके को भुनाने के लिए टोयोटा भी कमर कस रही है। एनडीटीवी ऑटो की एक रिपोर्ट के मुताबिक टोयोटा अपने लग्जरी ब्रांड ‘लेक्सस’ को यहां उतारने की योजना बना रही है।
टोयोटा की योजना इस साल तक ‘लेक्सस’ को यहां उतारने की है। शुरूआत में लेक्सस की हाईब्रिड कारों को यहां लाया जाएगा। शुरुआत में टोयोटा इन्हें सीधे इंपोर्ट कर (सीबीयू) भारतीय बाजार में बेचेगी।
टोयोटा कई सालों से ‘लेक्सस’ को भारत में उतारने की योजना पर काम कर रही थी। टोयोटा का ये कदम हुंडई को टक्कर देने वाला माना जा सकता है। हाल ही में हुंडई ने अपने लग्जरी ब्रांड ‘जेनेसिस’ को ग्लोबल मार्केट में उतारने की घोषणा की है। कंपनी ने ऑटो एक्सपो-2016 में ‘जेनेसिस’ ब्रांड को शो-केस भी किया।
मौजूदा दौर में भारतीय कार बाजार में जर्मन लग्जरी कार कंपनियों का दबदबा है। वहीं जगुआर लैंड रोवर भी यहां मजबूत स्थिति पाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है। टोयोटा के ‘लेक्सस’ ब्रांड की बात करें तो यहां हाईब्रिड कॉम्पैक्ट एसयूवी आरएक्स-450एच को उतारा जाएगा। इसका मुकाबला बीएमडब्ल्यू एक्स-3, ऑडी क्यू-5 और मर्सिडीज की जीएलसी से होगा।
बात करें पावर स्पेसिफिकेशन की तो ‘लेक्सस’ आरएक्स-450एच में 3.5लीटर के वी6 इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर आएगी। इनकी कुल ताकत 308बीएचपी की है। इसमें सीवीटी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स मिलेगा। इसका ऑल व्हील ड्राइव वर्जन भी आने की उम्मीद है। इसके अलावा सूची में एक अन्य कार जीएस 450एच हाईब्रिड सेडान भी शामिल है। इसका मुकाबला बीएमडब्ल्यू 5-सीरीज से होगा। मर्सिडीज एस-क्लास को मात देने के लिए टोयाटा एलएस600एच को उतारने का विचार भी बना रही है।
भारत में साल 2018 तक ‘लेक्सस’ का लक्ष्य 3500 कारें बेचना का रहेगा। अगर कंपनी यह लक्षय हासिल कर लेती है तो फिर 2020 तक 5000 कारों की बिक्री का लक्ष्य रखा जाएगा। बिना हाईब्रिड वाले मॉडल अगले फेज़ में उतारे जाएंगे।