‘कैग रिपोर्ट बेकार है। मैं उसे ‘चौकीदार ऑडिटर जनरल रिपोर्ट’ कहूंगा। यह नरेंद्र मोदी की रिपोर्ट है, जो चौकीदार के लिए, चौकीदार के कहने पर, चौकीदार द्वारा लिखी गई है।’
नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान खरीद मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर एक नया आरोप लगाया है। राहुल गांधी का कहना है कि राफेल सौदे से जुड़ा एक ईमेल सामने आया है जिसमें अनिल अंबानी का जिक्र है। राहुल ने आरोप लगाया कि राफेल सौदे से पहले अनिल अंबानी फ्रांस के रक्षा मंत्री से मिले थे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक ईमेल की कॉपी भी दिखाई। कांग्रेस अध्यक्ष ने चेतावनी के लहजे में कहा- राफेल घोटाले में अब और कितने सबूत चाहिए, अभी और सुबूत निकलेंगे।
राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर मोदी सरकार और अनिल अंबानी पर मिलीभगत के आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा- एक ईमेल सामने आया है जिससे ज़ाहिर है कि जो बात रक्षा मंत्री, विदेश सचिव किसी को भी नहीं मालूम थी, वह अनिल अंबानी को मालूम थी कि राफेल पर एमओयू साइन होने वाला है। अनिल अंबानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिचौलिये के रूप में काम कर रहे थे।
राफेल सौदे पर कैग की रिपोर्ट के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘कैग रिपोर्ट बेकार है। मैं उसे ‘चौकीदार ऑडिटर जनरल रिपोर्ट’ कहूंगा। यह नरेंद्र मोदी की रिपोर्ट है, जो चौकीदार के लिए, चौकीदार के कहने पर, चौकीदार द्वारा लिखी गई है।’
मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कियाः राहुल
राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब इस बात का जवाब देना चाहिए कि आखिर अनिल अंबानी को 10 दिन पहले राफेल सौदे के बारे में कैसे पता चल गया? रक्षा मंत्री, एचएएल और विदेश सचिव को जानकारी नहीं थी लेकिन अनिल अंबानी को सब पता था। अगर ऐसा है तो प्रधानमंत्री ने ‘ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट’ का उल्लंघन किया है। इस आधार पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला चलना चाहिए। प्रधानमंत्री ने गोपनीयता की शपथ तोड़ी। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया।’
करप्शन, प्रोसीजरल और सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन का मामला
राहुल गांधी ने एक बार फिर राफेल सौदे के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग करते हुए कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि आप हमारी या विपक्ष के नेताओं की जांच करिये लेकिन राफेल की भी जांच करवाइये। संयुक्त संसदीय समिति गठित करिये। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अब राफेल सौदे में में करप्शन, प्रोसीजरल और सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन का मामला आ गया है। तीनों मामलों में कोई नहीं बचेगा।’