लखनऊ। लोकसभा उपचुनाव के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के लिए चेतावनी दे गये। लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने भारतीय जनता पार्टी के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 59,460 मतों के अंतर से हराकर फूलपुर सीट पर जीत दर्ज की। इसी तरह गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी प्रत्याशी प्रवीन निषाद ने भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21 हजार 961 मतों से हराकर विजय पताका फहरायी। सपा के प्रवीण निषाद को 4,56,513 तो भाजपा के उपेन्द्र दत्त शुक्ला 4,34,632 वोट मिले। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. सुरहिता करीम को 18,858 वोट मिले। यहां 8326 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया। गोरखपुर में 9,34,056 लोगों ने मतदान किया था।
इलाहाबाद में सपा ने मतगणना के प्रथम दौर से ही भाजपा पर बढ़त बनाये रखी। सपा उम्मीदवार नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल को 3,42,922 मत मिले, जबकि भाजपा के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 2,83,462 मत प्राप्त हुए। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार मनीष मिश्र को 19,353 मत मिले और वह चौथे स्थान पर रहे, जबकि बाहुबली नेता अतीक अहमद को कुल 48,094 मत प्राप्त हुए। देवरिया जेल में बंद अतीक ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर यह चुनाव लड़ा था
गौरतलब है कि फूलपुर संसदीय सीट के तहत पांच विधानसभा क्षेत्र फूलपुर, फाफामऊ, सोरांव, इलाहाबाद पश्चिम और इलाहाबाद उत्तर आते हैं और इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 19,63,543 मतदाताओं में से महज 7,29,126 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। गत 11 मार्च को हुए मतदान का प्रतिशत 37.13 फीसदी था। दिलचस्प है कि फूलपुर संसदीय सीट के लिए इस उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी आदि ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जमकर प्रचार किया था।
बता दें, केशव प्रसाद मौर्य 2014 के आम चुनाव में फूलपुर लोकसभा सीट से 3 लाख से अधिक मतों से विजयी हुए थे। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद उन्हें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने फूलपुर सीट से त्यागपत्र दे दिया था जिससे यह सीट खाली हुई थी।
केन्द्र और यूपी सरकार के खिलाफ जनादेश : अखिलेश
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नतीजों को केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ जनादेश करार देते हुए इसके लिये बसपा और राष्ट्रीय लोकदल समेत तमाम सहयोगी दलों को धन्यवाद दिया। अखिलेश ने कहा कि वह सबसे पहले बसपा नेता मायावती का बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने देश की महत्वपूर्ण लड़ाई में सपा का सहयोग और समर्थन किया। साथ ही राष्ट्रीय लोकदल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, निषाद पार्टी, पीस पार्टी और वामदलों का भी धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव परिणाम केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ ’जनादेश’ है। गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी का क्षेत्र हैं, जबकि फूलपुर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का क्षेत्र है। अगर उन क्षेत्रों की जनता में इतनी नाराजगी है तो सोचिये आने वाले समय में देश के चुनाव में क्या होगा। उत्तर प्रदेश से जो बात निकलती है, वह पूरे देश में जाती है।
मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत गुस्सा : राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उपचुनाव के नतीजों के बारे में कहा कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है। राहुल ने ट्वीट कर कहा, ’आज के उपचुनावों में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई। नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे जिसके जीतने की संभावना सबसे ज़्यादा हो। कांग्रेस यूपी में नवनिर्माण के लिए तत्पर है, ये रातों रात नहीं होगा।’
हो गई अंत की शुरूआतः ममता
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने नतीजे आने के तुरन्त बाद ट्वीट कर कहा कि अंत की शुरूआत हो चुकी है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को ट्विटर पर बधाई दी। उन्होंने बिहार में अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भी बधाई दी। लालू ने इसका जवाब देते हुए अपने ट्वीट में कहा, ’हम एक साथ मिलकर लड़ रहे है। हम लड़ेंगे और हम जीतेंगे। धन्यवाद’’ दीदी ।