कोविड-19 महामारी के बीच अब वैक्सीन जल्द आने के संकेत भारत सहित कई देशों से मिलने लगे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन तैयार करने वाली अहमदाबाद की जाइडस कैडिला, हैदराबाद में भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा कर वैक्सीन के अब तक हुए ट्रायल की जानकारी ली और वैज्ञानिकों का उत्साह बढाया। मोदी का कहना है कि वैक्सीन से जुड़ी सभी जानकारी जनता को साधारण बोलचाल में बताना जरूरी है। वैक्सीन पर अनुसंधान कर रहीं तीन भारतीय कंपनियों के प्रमुखों के साथ वर्चुअल मीटिंग में उन्होंने कहा कि कोरोना का असर कैसा होगा और यह कितना कारगर होगा,  यह जनता को भी बताया जाए ताकि लोगों की शंकाएं दूर हो सकें।

प्रधानमंत्री ने कोविड टीके को तैयार करने वाले नियामकों से सुझाव भी मांगे ताकि उन पर भी सरकार के स्तर पर मंथन हो सके। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के अनुसार होली के बाद ही वर्ष 2021 के अप्रैल-मई तक वैक्सीन मिलने की उम्मीद की जा रही है। इसी को ध्यान में रखकर अगस्त 2021 तक भारत में लगभग 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज देने की जमीनी तैयारी भी की जा रही है। सबसे पहले कोरोना के मेडिकल वारियर्स को टीका लगाया जाएगा ताकि कोरोना की चेन टूट सके। सरकार का इस योजना पर 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है। राष्ट्रीय टास्क फोर्स के सूत्रों के अनुसार, जो योजना पीएमओ को गई है उसमें प्रति व्यक्ति टीकाकरण की 2 डोज का दाम 400 रुपये आंका गया है। सभी लोगों को टीका लगाने की भी आवश्यकता नहीं होगी।

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दी यह अच्छी खबर

दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को यह अच्छी खबर दी कि भारत में अब कुछ वैक्सीन फाइनल स्टेज के ट्रायल्स में हैं। उम्मीद है कि दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत तक इनमें से किसी को ड्रग रेगुलेटर से इमरजेंसी अप्रूवल मिल जाएगा। उसके बाद वैक्सिनेशन शुरू हो सकेगा। दरअसल, इस समय भारत में छह वैक्सीन पर काम चल रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी कहते रहे हैं- “जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं”, “मास्क और दो गज की दूरी सबसे जरूरी”। लोगों ने उनके संदेश को माना भी है। यही कारण है कि अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना से मौत का आंकड़ा काफी कम है। “मन की बात” में उन्होंने कोरोना काल में मानवता की सेवा करने वालो की सराहना भी की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कोरोना की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस की व्यवस्था को मजबूत बनाने के निर्देश दिए है। साथ ही सभी जिलों में 15 दिसंबर से 20 दिसंबर तक कोविड-19 की वैक्सीन की कोल्ड चेन अवस्थापना के कार्य पूरे करने को कहा है। साथ ही इस सर्दी के मौसम में होम आइसोलेशन में बच्चो एवं बुजर्गों को नहीं रखने को भी कहा है।

दुनिया में करीब 15 लाख लोगों की जा चुक है जान

बहरहाल, कोरोना महामारी पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक चार दिसम्बर को भी होगी। समझा जा रहा है इसमें वैक्सीन को लेकर अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी जा सकती है। भारत में कोरोना संक्रमण में सबसे ऊपर महाराष्ट्र है। फिर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली के बाद ही उत्तर प्रदेश का नम्बर है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 36 हजार,604 नए मामले आने के बाद कुल मामलों की संख्या 94 लाख 99 हजार  414 हुई है । 501 नई मौतों के बाद भारत मे कुल मौतों की संख्या 1 लाख 38 हजार 122 हो गई है।  देश में सक्रिय मामले अब 4 लाख 2 हजार 644 हैं। 43,062  नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 89 लाख 3 हजार 647 हुई। अगर दुनिया की बात की जाए तो कोरोना संक्रमण में अमरीका एवं ब्राजील ही सबसे ऊपर है। दुनिया में कोरोना का आंकड़ा  6.31 करोड़ को पार कर गया है और 14.67 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। महामारी की चपेट में आये 4.36 करोड़ उपचार से ठीक भी हुए है। चीन भी दावा कर रहा है कि उसने उत्तर कोरिया में किम जोंग परिवार को वैक्सीन का प्रायोगिक टीका लगाया है पर उसके दावे की पुष्टि अभी नहीं हुई है।

निर्भय सक्सेना

(लेखक उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं)

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