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  • केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किये दर्शन

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    नई दिल्ली। पीएम मोदी उत्तराखंड के दौरे पर हैं। वह आज सुबह 8.30 बजे केदारनाथ धाम पहुंचे। वहां 20 मिनट विश्राम के बाद पीएम मोदी मंदिर पहुंचे जहां करीब एक घंटे तक पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ की पूजा अर्चना की।आज 3 मई को बुधवार सुबह 8.50 बजे ही केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले हैं और बाबा के दर्शन करने वाले मोदी पहले शख्स हैं। पीएम मोदी ने किया भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया वहां पीएम मोदी को मंदिर प्रशासन की ओर से केदारनाथ के स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। पीएम वहां मौजूद लोगों से भी मिले और उनका अभिवादन किया। साथ ही एक छोटी बच्ची से भी पीएम ने दुलार जताया और फिर नंदी की परिक्रमा की। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार केदारनाथ मंदिर पहुंचे।

    न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बुधवार सुबह 8.50 बजे मंदिर का कपाट खोला गया । पीएम मोदी का कार्यक्रम कुछ इस तरह रखा गया है ताकि कपाट खुलने के दौरान मौजूद दूसरे श्रद्धालुओं को दर्शन में परेशानी ना हो ।

    पीएम मोदी के पहुंचने से पहले ही करीब ढाई हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच गए हैं ।इस ऐतिहासिक अवसर के लिए मंदिर को 10 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है । इस बीच मंगलवार शाम को उत्सव डोली भी केदारनाथ पहुंच गई ।वैदिक मंत्रोच्चारण और पौराणिक रीति-रिवाजों के साथ मंदिर के कपाट बुधवार सुबह 8.50 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गये।प्रधानमंत्री के आगमन के तहत सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए । केदारनाथ को छावनी में तब्दील कर दिया गया  । यहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 450 जवान तैनात किए गए। प्रधानमंत्री के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया गया ।

    पीएम की यात्रा को देखते हुए दिल्ली से एक सुरक्षा टीम दो दिन पहले ही देहरादून पहुंच चुकी थी । मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज केदारनाथ पहुंचकर पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर व्यवस्थाओं का जायजा लिया ।

    नरेंद्र मोदी देश के तीसरे प्रधानमंत्री हैं जो इस पद पर रहते हुए केदारनाथ पहुंचे हैं । इससे पहले इंदिरा गांधी और वीपी सिंह पीएम के तौर पर यहां आ चुके हैं ।राज्य के गवर्नर के.के. पॉल ने चीफ सेक्रेटरी एस. रामास्वामी और डीजीपी एमए. गणपति के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

    केदारनाथ के दर्शन के बाद पीएम मोदी हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में जाएंगे। पीएम मोदी वहां पर एक शोध संस्थान का उद्घाटन करने के बाद वापस दिल्ली के लिए लौटेंगे।

     

  • केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किये दर्शन

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    नई दिल्ली। पीएम मोदी उत्तराखंड के दौरे पर हैं। वह आज सुबह 8.30 बजे केदारनाथ धाम पहुंचे। वहां 20 मिनट विश्राम के बाद पीएम मोदी मंदिर पहुंचे जहां करीब एक घंटे तक पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ की पूजा अर्चना की।आज 3 मई को बुधवार सुबह 8.50 बजे ही केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले हैं और बाबा के दर्शन करने वाले मोदी पहले शख्स हैं। पीएम मोदी ने किया भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया वहां पीएम मोदी को मंदिर प्रशासन की ओर से केदारनाथ के स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। पीएम वहां मौजूद लोगों से भी मिले और उनका अभिवादन किया। साथ ही एक छोटी बच्ची से भी पीएम ने दुलार जताया और फिर नंदी की परिक्रमा की। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार केदारनाथ मंदिर पहुंचे।

    न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बुधवार सुबह 8.50 बजे मंदिर का कपाट खोला गया । पीएम मोदी का कार्यक्रम कुछ इस तरह रखा गया है ताकि कपाट खुलने के दौरान मौजूद दूसरे श्रद्धालुओं को दर्शन में परेशानी ना हो ।

    पीएम मोदी के पहुंचने से पहले ही करीब ढाई हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच गए हैं ।इस ऐतिहासिक अवसर के लिए मंदिर को 10 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है । इस बीच मंगलवार शाम को उत्सव डोली भी केदारनाथ पहुंच गई ।वैदिक मंत्रोच्चारण और पौराणिक रीति-रिवाजों के साथ मंदिर के कपाट बुधवार सुबह 8.50 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गये।प्रधानमंत्री के आगमन के तहत सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए । केदारनाथ को छावनी में तब्दील कर दिया गया  । यहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 450 जवान तैनात किए गए। प्रधानमंत्री के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया गया ।

    पीएम की यात्रा को देखते हुए दिल्ली से एक सुरक्षा टीम दो दिन पहले ही देहरादून पहुंच चुकी थी । मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज केदारनाथ पहुंचकर पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर व्यवस्थाओं का जायजा लिया ।

    नरेंद्र मोदी देश के तीसरे प्रधानमंत्री हैं जो इस पद पर रहते हुए केदारनाथ पहुंचे हैं । इससे पहले इंदिरा गांधी और वीपी सिंह पीएम के तौर पर यहां आ चुके हैं ।राज्य के गवर्नर के.के. पॉल ने चीफ सेक्रेटरी एस. रामास्वामी और डीजीपी एमए. गणपति के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

    केदारनाथ के दर्शन के बाद पीएम मोदी हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में जाएंगे। पीएम मोदी वहां पर एक शोध संस्थान का उद्घाटन करने के बाद वापस दिल्ली के लिए लौटेंगे।

     

  • बरेली के पेट्रोल पंपों पर छापे, सिटी मजिस्ट्रेट ने जाँची तौल की मात्रा  

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    rade at petrol pumps in bareillyबरेली। प्रदेश के तमाम जिलो में चिप लगाकर की जा रही पेट्रोल और डीजल की घटतौली को लेकर बरेली में भी कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट मनोज के नेतृत्व में टीम ने सिविल लाइन्स के कई पंपों पर छापे मारे और तेल की मात्रा नापी। इस कार्रवाई से जिले में खलबली मच गई और आनने फानन में पंप मालिकों ने फोन करके एक दूसरे को अलर्ट कर दिया।

    दरअसल प्रदेश के कई जिलों से शिकायतें मिल रही थीं कि पेट्रोल पंप के मालिक ही घटतौली करवा रहे हैं। बीते दिनों एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के कई पेट्रोल पंपों पर छापे मारकर मशीन में लगी चिप बरमाद की जिससे मशीन घटतौली कर रही थी। पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वो तीन हजार रुपये लेकर ऐसी डिवाइस फिट कर देता है कि जो एक लीटर में सौ से लेकर दो सौ ग्राम तक तेल कम नापती है। इसको रिमोट कंट्रोल से चलाया जाता है। लखनऊ ही नहीं बल्कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में इस तरह की डिवाइस पेट्रोल पंपों में लगाने की बात उक्त व्यक्ति ने कुबूली थी।

    सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में हुई कार्रवाई 

    सिटी मजिस्ट्रेट मनोज के नेतृत्व में पुलिस और टीम के कई सदस्य सबसे पहले बटलर प्लाजा फिर इसी लाइन के दो अन्य पंपों पर गए। पेट्रोल और डीजल की मात्रा किसी दूसरे मापक यंत्र में लेकर घटतौली जांची गई। सूत्रों की माने तो लखनऊ में पेट्रोल पंपों की हड़ताल और प्रदेश के बाकी दूसरे जिलों में कार्रवाई की सुगबुगाहट पंप मालिकों को पहले से पता चल गई थी लिहाजा किसी ने रिमोट का इस्तेमाल नहीं किया।

    यहां बताते चलें कि पीलीभीत रोड स्थित एक पंप पर तो एक लड़का मशीन की लीवर ही पकड़कर खड़ा रहता था जो मंगलवार को मशीन से दूर खड़ा रहा। इसी रोड के दूसरे पंप पर भी गाड़ियों में तेल डाल रहे लड़के सुबह से काफी अलर्ट दिखे। अलबत्ता हाथ में पहनी हुई घड़ी जरूर मशीन पर टच करते नजर आए। पूछने पर पंप से तेल डाल रहा लड़का बोला घड़ी रिमोट नहीं है।

    एक स्वास्थ्य कर्मचारी ने बताया कि एक बार सिविल लाइन के पेट्रोल पंप से उन्होंने अपने स्कूटर में पेट्रोल डलवाया जब शक हुआ तो पूरी तेल पाइप से बाहर निकलवाया तो मुश्किल से तीन ही लीटर लेत बाहर निकला यानि दो लीटर का सीधा गोलमाल हो रहा था। बताते हैं कि प्रशासन जल्द ही बड़ी कार्रवाई करके तेल डालने वाली मशीनों की जांच करवाने की तैयारी कर रहा है।

  • बरेली के पेट्रोल पंपों पर छापे, सिटी मजिस्ट्रेट ने जाँची तौल की मात्रा  

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    rade at petrol pumps in bareillyबरेली। प्रदेश के तमाम जिलो में चिप लगाकर की जा रही पेट्रोल और डीजल की घटतौली को लेकर बरेली में भी कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट मनोज के नेतृत्व में टीम ने सिविल लाइन्स के कई पंपों पर छापे मारे और तेल की मात्रा नापी। इस कार्रवाई से जिले में खलबली मच गई और आनने फानन में पंप मालिकों ने फोन करके एक दूसरे को अलर्ट कर दिया।

    दरअसल प्रदेश के कई जिलों से शिकायतें मिल रही थीं कि पेट्रोल पंप के मालिक ही घटतौली करवा रहे हैं। बीते दिनों एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के कई पेट्रोल पंपों पर छापे मारकर मशीन में लगी चिप बरमाद की जिससे मशीन घटतौली कर रही थी। पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वो तीन हजार रुपये लेकर ऐसी डिवाइस फिट कर देता है कि जो एक लीटर में सौ से लेकर दो सौ ग्राम तक तेल कम नापती है। इसको रिमोट कंट्रोल से चलाया जाता है। लखनऊ ही नहीं बल्कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में इस तरह की डिवाइस पेट्रोल पंपों में लगाने की बात उक्त व्यक्ति ने कुबूली थी।

    सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में हुई कार्रवाई 

    सिटी मजिस्ट्रेट मनोज के नेतृत्व में पुलिस और टीम के कई सदस्य सबसे पहले बटलर प्लाजा फिर इसी लाइन के दो अन्य पंपों पर गए। पेट्रोल और डीजल की मात्रा किसी दूसरे मापक यंत्र में लेकर घटतौली जांची गई। सूत्रों की माने तो लखनऊ में पेट्रोल पंपों की हड़ताल और प्रदेश के बाकी दूसरे जिलों में कार्रवाई की सुगबुगाहट पंप मालिकों को पहले से पता चल गई थी लिहाजा किसी ने रिमोट का इस्तेमाल नहीं किया।

    यहां बताते चलें कि पीलीभीत रोड स्थित एक पंप पर तो एक लड़का मशीन की लीवर ही पकड़कर खड़ा रहता था जो मंगलवार को मशीन से दूर खड़ा रहा। इसी रोड के दूसरे पंप पर भी गाड़ियों में तेल डाल रहे लड़के सुबह से काफी अलर्ट दिखे। अलबत्ता हाथ में पहनी हुई घड़ी जरूर मशीन पर टच करते नजर आए। पूछने पर पंप से तेल डाल रहा लड़का बोला घड़ी रिमोट नहीं है।

    एक स्वास्थ्य कर्मचारी ने बताया कि एक बार सिविल लाइन के पेट्रोल पंप से उन्होंने अपने स्कूटर में पेट्रोल डलवाया जब शक हुआ तो पूरी तेल पाइप से बाहर निकलवाया तो मुश्किल से तीन ही लीटर लेत बाहर निकला यानि दो लीटर का सीधा गोलमाल हो रहा था। बताते हैं कि प्रशासन जल्द ही बड़ी कार्रवाई करके तेल डालने वाली मशीनों की जांच करवाने की तैयारी कर रहा है।

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