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  •  सिद्धू की दरियादिली पीड़ित किसानों को अपनी जेब से देंगे 24 लाख का मुआवजा

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    नई दिल्ली। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री और पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को किसानों को अपनी जेब से 24 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही। शनिवार को लगी भीषण आगे के कारण इन किसानों की सैकड़ों एकड़ तैयार फसल जलकर राख हो गई थी।रविवार को सिद्धू ने राजा सांसी विधानसभा क्षेत्र में स्थित प्रभावित इलाके ओठियां का दौरा किया।खेतों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन लाइन के तार में स्पार्क होने के कारण 300 एकड़ फसल जल गई थी। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को घोषणा की है कि वह अपनी जेब से किसानों को फसल बर्बाद होने के लिए 24 लाख रुपये का मुआवजा देंगे।

    पंजाब में अमृतसर से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर दरियादिली दिखाई है। सिद्धू ने राजा सांसी के उन किसानों को अपनी जेब से मुआवजा देने का ऐलान किया है जिनकी फसल आग लगने से बर्बाद हो गई थी।

    कांग्रेस नेता और पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों की मदद की है। पंजाब के ओठियां में भीषण आग से बर्बाद हुई फसल के लिए सरकार की ओर से मुआवजा मिलने के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी जेब से भी किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की है।

    मीडिया से बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि पीड़ित किसानों को सरकार 8 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देगी।सरकार की ओर से 300 एकड़ के लिए 24 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि मैं भी किसानों को 300 एकड़ के लिए उतना ही मुआवजा अपनी तरफ से दे रहा हूं।सिद्ध अपने पास से किसानों को 24 लाख रुपए मुआवजा देंगे।इस दौरान किसानों ने फायर टेंडर की कमी की शिकायत सिद्धू से की।

     

    किसानों की मांग को मानते हुए तुरंत की फायर टेंडर प्रदान किए जाने का आदेश दे दिया है। सिद्धू ने अजनाला, राजासांसी, अमृतसर पूर्व और अमृतसर उत्तर को अलग-अलग दलकल गाड़ियां देने का ऐलान किया है।ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भीषण आग ने ओठियां के अलावा कुछ और गांवों को भी अपने चपटे में लिया।

     

  •  सिद्धू की दरियादिली पीड़ित किसानों को अपनी जेब से देंगे 24 लाख का मुआवजा

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    नई दिल्ली। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री और पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को किसानों को अपनी जेब से 24 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही। शनिवार को लगी भीषण आगे के कारण इन किसानों की सैकड़ों एकड़ तैयार फसल जलकर राख हो गई थी।रविवार को सिद्धू ने राजा सांसी विधानसभा क्षेत्र में स्थित प्रभावित इलाके ओठियां का दौरा किया।खेतों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन लाइन के तार में स्पार्क होने के कारण 300 एकड़ फसल जल गई थी। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को घोषणा की है कि वह अपनी जेब से किसानों को फसल बर्बाद होने के लिए 24 लाख रुपये का मुआवजा देंगे।

    पंजाब में अमृतसर से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर दरियादिली दिखाई है। सिद्धू ने राजा सांसी के उन किसानों को अपनी जेब से मुआवजा देने का ऐलान किया है जिनकी फसल आग लगने से बर्बाद हो गई थी।

    कांग्रेस नेता और पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों की मदद की है। पंजाब के ओठियां में भीषण आग से बर्बाद हुई फसल के लिए सरकार की ओर से मुआवजा मिलने के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी जेब से भी किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की है।

    मीडिया से बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि पीड़ित किसानों को सरकार 8 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देगी।सरकार की ओर से 300 एकड़ के लिए 24 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि मैं भी किसानों को 300 एकड़ के लिए उतना ही मुआवजा अपनी तरफ से दे रहा हूं।सिद्ध अपने पास से किसानों को 24 लाख रुपए मुआवजा देंगे।इस दौरान किसानों ने फायर टेंडर की कमी की शिकायत सिद्धू से की।

     

    किसानों की मांग को मानते हुए तुरंत की फायर टेंडर प्रदान किए जाने का आदेश दे दिया है। सिद्धू ने अजनाला, राजासांसी, अमृतसर पूर्व और अमृतसर उत्तर को अलग-अलग दलकल गाड़ियां देने का ऐलान किया है।ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भीषण आग ने ओठियां के अलावा कुछ और गांवों को भी अपने चपटे में लिया।

     

  • छत्तीसगढ़ के सुकमा में बड़ा नक्सली हमला,24जवान शहीद,दिल्ली में आपात बैठक

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    नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला कर दिया।इस हमले में CRPF के 24 जवान शहीद हो गए। सभी जवान CRPF 74 बटालियन के थे।रिपोर्टों के मुताबिक हमला इतना बड़ा था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि करीब 300 नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ पर हमला किया।हमले में जवानों को संभलने का मौका नहीं मिला। नक्सली जवानों का हथियार भी लूटकर ले गए।हमले में 6 जवान घायल है जिसमें पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है जबकि 1 जवान खतरे से बाहर हैं।

    नक्सली हमले के बाद राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने आपात बैठक बुलाई है। सुकमा के एसपी ने जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है।

    मिली जानकारी के मुताबिक चिंतागुफा के पास बुर्कापाल में नक्सलियों ने रोड ओपनिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला किया।घटना सोमवार दोपहर 12 बजकर 55 मिनट की है। सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। इसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी। अन्य जवानों ने भी फायरिंग कर नक्सलियों को जवाब दिया।लंबे समय तक दोनों ओर से फायरिंग चलती रही।इस दौरान कई जवान गंभीर रुप से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया।

    सुकमा नक्सलियों का गढ़ है और यहां नक्सलियों की सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमले की कई वारदातें हुई है जिसमें कई जवानों को शहीद होना पड़ा है।इसी साल 11 मार्च को नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला किया था जिसमें सेना के 12 जवान शहीद हो गए थे।इसके पहले 10 मार्च को नक्सलियों ने सुकमा में मुखबिर होने के संदेह में एक सरपंच की हत्या कर दी थी।नक्सल प्रभावित सुकमा इलाके में आए दिन नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है।

    नक्सलियों ने दिसंबर 2014 में भी सीआरपीएफ के जवानों पर भीषण हमला किया था। सुकमा जिले के चिंतागुफा इलाके में एंटी-नक्सल ऑपरेशन चला रहे सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों ने यह हमला उस वक्त किया था जब सीआरपीएफ के जवान अपने साथी जवानों के शव ढूंढ रहे थे। घात लगाकर किए गए इस हमले में 14 जवान शहीद और 12 घायल हुए थे।

  • कश्मीर: PDP नेता अब्दुल गनी की आतंकी हमले में मौत

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    श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में PDP की पुलवामा जिला इकाई के अध्यक्ष अब्दुल गनी डार को सोमवार 24 अप्रैल दोपहर में पुलवामा जिले के पिंगलेना इलाके में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

    पेशे से वकील अब्दुल गनी डार को यहां एसएमएचएस अस्पताल भेजा गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।

    पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीडीपी नेता को एक एके राइफल से बिल्कुल नजदीक से तीन बार गोली मारी गयी। दो गोली उनके सीने में लगीं और एक कंधे पर लगी।किसी आतंकवादी संगठन ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

    दक्षिण कश्मीर में एक सप्ताह के भीतर यह राजनीतिक हत्या का दूसरा मामला है।आतंकवादियों ने 17 अप्रैल को शोपियां जिले में विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस से जुड़े एक पूर्व सरकारी अभियोजक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

    इससे पहले एसपी कॉलेज में सोमवार (24 अप्रैल) को प्रदर्शन कर रहे छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई।पुलिस ने बताया कि किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।

    पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्रों का एक समूह यहां मौलाना आजाद मार्ग पर एसपी कॉलेज से विरोध मार्च निकालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

    उन्होंने बताया कि कुछ छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया जिस कारण पुलिस कर्मियों एवं अन्य सुरक्षा बलों को उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।

    पुलवामा में 15 अप्रैल को कथित तौर पर सुरक्षा बलों की मनमानी के मद्देनजर पिछले सोमवार (17 अप्रैल) को घाटी भर में छात्रों के प्रदर्शन के बाद प्राधिकारियों ने एहतियाती तौर पर कश्मीर में सभी बड़े शैक्षिण संस्थानों को बंद कर दिया जो पांच दिन बाद 24 अप्रैल को दोबारा खुले हैं।

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