Blog

  • रहस्यमयी! … कटे सिर की हवेली

    WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook

    sir-kati-haveli-kanpur-1कानपुर। वो करीब दो सौ साल पुरानी हवेली है। यहां सिर विहीन यानी कटे सिर की मूर्तियां हैं। यहां एक बीस नाखूनों वाला दुर्लभ प्रजाति का कछुआ भी है, साथ ही विष्णु और लक्ष्मी की प्राचीन मूर्ति भी। हवेली का नाम डरवना और विचित्र है।

    आइए जाने आखिर क्या है इस ‘कटे सिर की हवेली‘ का राज?

    कानपुर के दादानगर में बरसों पुरानी है हवेली। लोग इसे ‘सिर कटी हवेली‘ के नाम से जानते हैं। ये हवेली बड़ी खास है। जैसा कि नाम से जाहिर है, सिर कटी हवेली में कई कटे हुए सिर लगे हुए हैं। ये सिर इंसानों के नहीं बल्कि कटे सिर के आकार में बनी मूर्तियां हैं। इनमें राक्षस, देवी-देवताओं सहित कई अन्य तरह की मूर्तियां भी लगी हुई हैं। यहां तक कि इसका मेन गेट किसी राक्षस के हंसते हुए मुंह जैसा है।

    हवेली के मालिक राजीव सिंह हैं। राजीव के अनुसार हवेली में 200 साल पुरानी विष्णु और लक्ष्मी की मूर्ति भी है। लोग दूर-दूर से लोग हवेली देखने आते हैं। यहां छोटा सा तालाब भी बना है जिसमें 20 नाखूनों वाला दुर्लभ कछुआ है। राजीव सिंह बताते हैं कि हवेली पुश्तैनी है। उनके पूर्वज तंत्र-मंत्र में रुचि रखते थे। वे इसी काम के लिए यहां आते थे और तंत्र-मंत्र की कठिन साधनाओं को अंजाम देते थे। उनके घर में कई देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं। अमर उजाला.काम से साभार

    sir-kati-haveli-kanpur-2 sir-kati-haveli-kanpur

  • BCB : छात्र अराजकता…तो प्राचार्य ने धूल में मिला दी शिक्षकों की मार्यादा

    BCB : छात्र अराजकता…तो प्राचार्य ने धूल में मिला दी शिक्षकों की मार्यादा

    WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook

    बरेली। बरेली कालेजBareilly_college1 में छात्र अराजकता के आगे शिक्षक घुटने टेकने को मजबूर है। बड़े राजनीतिक आकाओं की सरपरस्ती में छात्र अराजकता का आलम यह है कि छात्र नेता जब और जो चाहे, उन्हें करने की खुली छूट दे दी गई है।

    शिक्षिका क्षमा द्विवेदी से अभद्रता और धमकी देने के आरोपी समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष हृदेश यादव की गिरफ्तारी के नाम पर सोमवार को चल हुआ हाई वोल्टेज डामा ने इस बात की ताकीद कर दी है। प्राचार्य ने उद्दंड परंतु अपने प्रिय छात्र को सब शिक्षकों की ओर से माफी देकर जहां एक ओर शिक्षकों की मान मर्यादा धूल में मिला दी, तो वहीं कालेज में छात्र अराजकता हावी होने पर मोहर भी लगा दी है। ये अलग बात है कि हृदेश ने उनसे भी माफी मांगने से मना कर दिया था।

    उधर, एसपी सिटी की माने तो उन्होंने हृदेश यादव को गिरफ्तार करके नियमानुसार छोड़ा गया। बवाल की वीडियो फुटेज देखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि बरेली कॉलेज प्राचार्य ने कहा कि उसे थाने ले जाना ठीक नहीं रहेगा। इससे कॉलेज के पठन-पाठन का माहौल खराब हो सकता है। उन्होंने कहा कि हालत बात रहे थे कि प्राचार्य को छोड़कर बाकी कॉलेज स्टाफ हृदेश की गिरफ्तारी चाहते थे।

    इससे बात साफ हो गई कि हृदेश सपा के बड़े नेता का खास आदमी है और प्राचार्य उनकी इच्छा के विपरीत कुछ नहीं कर सकते। यानी बरेली कालेज इसी गुंडई के साथ चलेगा। सारा नाटक जैसे पहले ही तय था। दोपहर बाद पौने चार बजे कॉलेज कैंपस में हृदेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके विरोध में सछास से जुड़े छात्र नेताओं ने पूर्वी गेट पर पुलिस की गाड़ी रोकने के लिए उसके सामने लेट गए। यही नहीं वे हृदेश छोड़ने के लिए साढ़े पांच बजे तक प्रदर्शन किया। इसमें पुलिस की गाड़ी तोड़ने की कोशिश हुई। इंस्पेक्टर बारादरी के साथ छात्र नेताओं ने धक्कामुक्की भी हुई जिससे उनकी वर्दी का बिल्ला नुच गया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी और सीओ को आखिरकार हृदेश को छोड़ना पड़ा।

    हृदेश के खिलाफ बारादरी थाने में शिक्षिका की ओर से शासकीय कार्यों में व्यवधान डालने गालीगलौच करने और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा ने इन धाराओं में सात साल से कम की सजा का हवाला देकर शांति व्यवस्था बनाने के नाम पर आरोपी छात्र नेता को जमानत पर रिहा कर दिया। परंतु मामले में सच्चाई इससे जुदा है। इस मामले में न तो हृदेश की जमानत कराई गई और न ही पुलिस ने नियमानुसार उसे धारा 41 ‘ए‘ के तहत मौके पर कोई नोटिस ही रिसीव कराया। इस मामले में कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी न होने पर शिक्षक संघ ने प्राचार्य को मंगलवार से परीक्षा बहिष्कार का अल्टीमेटम दे रखा था। अगर ऐसा होता तो कॉलेज में परीक्षाएं प्रभावित हो जातीं। इसलिए शिक्षकों को कार्य बहिष्कार से रोकने के लिए कालेज प्रशासन ने यह सारी नौटंकी रची।

    मुकदमा दर्ज होने पर सवाल

    हृदेश के खिलाफ शिक्षिका की ओर से बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज होना सवाल बन गया। प्राचार्य डॉ. सोमेश का कहना कि सोमवार को सुबह उन्होंने बारादरी थाने में शिक्षिका की तहरीर भिजवाई, जबकि पुलिस के मुताबिक, मुकदमा रविवार शाम को ही दर्ज हो गया।

    फिर शिक्षकों को धमकाने लगा हृदेश

    सोमवार को सुबह शिक्षक संघ ने कॉलेज के कंप्यूटर सभागार में शिक्षकों की सभा बुलाई थी। इसमें उन्होंने प्राचार्य डॉ. सोमेश यादव को बुलाकर कार्रवाई के बाबत जानना चाहा। प्राचार्य ने उन्हें को बताया कि हृदेश को 10 दिन के लिए कॉलेज से सस्पेंड कर सुबह ही थाने में तहरीर दे दी है, उस पर पुलिस को कार्रवाई करनी है। इस पर शिक्षकों ने बृहस्पतिवार तक लिए अपना आंदोलन टालने का फैसला लिया। बैठक के बाद शिक्षक सभागार से बाहर निकले तो वहां पहले से मौजूद छात्र नेता हृदेश ने खुलेआम यह कहकर हड़काया कि देखेंगे कौन उसका क्या कर लेगा। इसके बाद शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ.वीपी सिंह के नेतृत्व में कई शिक्षकों डीएम से शिकायत करने कलेक्ट्रेट पहुंचे। डीएम नहीं मिले तो एडीएम सिटी आलोक कुमार से मिले। शिक्षकों ने उनसे कहा हृदेश ने फिर से खुलेआम शिक्षकों को धमकाने की कोशिश की है। उन्होंने एसपी सिटी से बात कर शिक्षकों को भी उनसे मिलने भेज दिया। उसके बाद ही प्रशासन से पुलिस को हृदेश की गिरफ्तारी के निर्देश मिल गए।

    पहले से ही थी प्रदर्शन की तैयारी

    हृदेश की गिरफ्तारी पर गौर करें तो यह नाटकीय ढंग से ही हुई। जब कॉलेज में पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर बारादरी मुहम्मद काशिम पहुंचे तो हृदेश कॉलेज कैंपस में ही था। उन्हें हृदेश को आखिर फोन करके बाटनी विभाग में बुलाने की क्या जरुरत थी। जब वह पुलिस के पास पहुंचा तो उसको गाड़ी में बैठा लिया गया। हृदेश के साथी जिनमें कुछ छात्र भी थे। वे कैंपस मंे सपा की लालटोपी भी पहने थे। सब तुरंत ही पुलिस जीप रोकने के एि कॉलेज के पूर्वी गेट पर इकट्ठे भी हो गए। नारेबाजी और हंगामा के वक्त गेट पर एक लाल रंग की गाड़ी पुलिस की गाड़ी के आगे आकर खड़ी हो गई थी। अनूप यादव, महेंद्र यादव, राहुल गुप्ता, विशाल यादव, इमरान अंसारी और विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शिवप्रताप सिंह यादव आदि इस हंगामे का नेतृत्व करते दिखे।

    प्राचार्य और एसपी-  एक्शन नहीं, पैचअप कराने की कोशिश में लगे

    मामला सपा से जुड़े छात्र नेता का था इसलिए पुलिस अफसर पूरी तरह से असहाय दिखे। पूर्वी गेट पर पौने दो घंटे तक पुलिस की गाड़ी घेरकर सछास नेता हंगामा करते रहे और मौके पर एसपी सिटी प्राचार्य से बार.बार गुफ्तगू करते रहे। शिक्षिका डॉ. क्षमा द्विवेदी को मौके पर बुलाकर शांति व्यवस्था का हवाला देते हुए उनकी हृदेश से माफी मंगवाने की कोशिश होती रही। शिक्षिका का मोबाइल स्विचऑफ गया तो प्राचार्य ने शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ. वीपी सिंह को फोन लगाकर क्षमा द्विवेदी से बात कराने को कहा। उन्होंने शिक्षिका के पति से बात कराई। उन्होंने माफ करने से इंकार कर दिया। जब यह कोशिशें नाकाम रहीं तो तय हुआ कि प्राचार्य ही हृदेश को माफ कर दें ताकि मामला रफादफा हो जाए। यही हुआ भी। नौटंकी के तहत प्राचार्य के सामने लाकर हृदेश से उनसे माफी मांगने को कहा गया लेकिन हृदेश ने माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया तो एसपी सिटी ने होहल्ला के बीच शांति व्यवस्था का हवाला और प्राचार्य की ओर से माफी देने की बात कहते हुए हृदेश को छोड़ने का ऐलान कर दिया।

     शिक्षिका ने माफ नहीं किया

    पूरे घटनाक्रम के बाद शिक्षिका डॉ. क्षमा द्विवेदी ने कहा कि हृदेश ने जिस हद तक उनसे अभद्रता कीए उससे उसे माफ कर दिया गया तो भविष्य में शिक्षकों के साथ ऐसी घटनाएं होती रहेंगे इसलिए उन्होंने माफ नहीं किया है। बोलीं. अगर प्राचार्य ने उन्हें माफ किया है तो यह गलत है क्योंकि दुर्व्यवहार मेरे साथ हुआ है, न कि प्राचार्य के साथ।

    एसएसपी बोले – पता नहीं गुंडई करने वाले से डरते क्यों है

    एसएसपी धर्मवीर यादव ने कहा कि कोई भी हो, बरेली कॉलेज में गुंडई नहीं होने दी जाएगी। शिक्षकों से बदतमीजी करके पढ़ाई का माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। शिक्षिका से बदसलूकी करने के आरोप में उसके खिलाफ मुकदमा एक दिन पहले ही लिखा जा चुका था। बाद में प्राचार्य के आग्रह के बाद ही  ह्ृदेश को जमानत पर छोड़ा है।  पता नहीं कॉलेज का स्टाफ गुंडई करने वालों से किसके दबाव में डरता है।

  • एनडीए सरकार का एक साल पिछले 10 साल से बेहतर: मोदी

    WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook

    MODIनई दिल्ली। एनडीए सरकार के एक साल पूरे होने पर बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक की। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के एक साल के कामकाज की सराहना करतें हुए कहा एनडीए ने हर क्षेत्र में अच्छा काम किया है। उन्होंने अपनी एक साल की सरकार पिछले 10 साल की सरकार से बेहतर बताया।

    मोदी ने कहा कि एनडीए ने कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए कड़ा कानून बनाया। बीजेपी ने लोगों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई। बिजली और पानी जैसी सुविधाएं इनमें अहम रही। उन्होंने कहा कि एक साल के कामकाज के आधार पर देखा जाए तो बीजेपी ने इस दौरान काफी कुछ हासिल किया। हमारे एक साल की सरकार पिछले 10 साल की सरकार से बेहतर रही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से संबंध सुधरने की संभावना इसी सरकार में है।

  • Inter school तैराकी प्रतियोगिता में आल्मा मातेर अव्वल

    WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook

    ????????????????????????????????????

    बरेली। इंडिपेडेंट-सहोदय स्कूल संघ की ओर से आल्मा मातेर स्कूल में मंगलवार को बालक-बालिका वर्ग की तैराकी प्रतियोगिता आयोजित की गई । प्रतियोगिता की शुरूआत गीत और रंगारंग कार्यक्रमों के आयोजन से हुई। इस मौके पर मुख्य अतिथि कर्नल सुनील ढींगरा व जिला तैराकी संघ के सचिव सुनील मित्तल प्रतियोभागियों को खेल भावना की शपथ दिलाई ।

    bareilly news alma mater won inter school swimming 11051503प्रतियोगिता तीन वर्गाे में कराई गई। प्रथम वर्ग में 19 वर्ष तक, द्वितीय वर्ग में 16 व तृतीय वर्ग में 12 वर्ष तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया,  इनमें आल्मा मातेर, सेंट फ्रांसिस,  विद्या भवन, मानस स्थली, दिल्ली पब्लिक स्कूल, विषप कानराड, पदमावती एवं चिक्कर इंटरनेशनल स्कूलों के प्रतियोगियों ने भाग लिया। कुल मिलाकर 48 प्रतियोगिताओं आयोजित हुई। इनमें तैराकी प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। इसमें फ्री स्टाइल, बैक स्ट्रोक, बटर फ्लाई, ब्रेस्ट स्ट्रोक, रिले एवं मिडले की प्रतियोगिता हुई ।

    bareilly news alma mater won inter school swimming 11051504प्रतियोगिता में आल्मा मातेर स्कूल ने 33 स्वर्ण, 13 रजत व 1 कांस्य पदक प्राप्त कर 300 अंक लेकर पहले स्थान हासिल किया। मानसस्थली 12 स्वर्ण, 29 रजत व 4 कांस्य पदक प्राप्त कर 245 अंक लेकर दूसरा स्थान बनाया। दिल्ली पब्लिक स्कूल 1 रजत व 13 कांस्य पदक के साथ 77 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा।

    इस मौकेे पर प्रशासक कैप्टन राजीव ढीगंरा ने चैंपियनशिप ट्राफी प्रतियोगियों को सौंपकर शुभकामनाएं दीं । इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्या पूनम, गिरीश प्रकाश, व्यायाम शिक्षक गिरजेश यादव, राजकुमार, सुमन गुप्ता, डा. राका प्रियम्वदा व रचना शर्मा का विशेष सहयोग रहा ।

WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook
WhatsAppTwitterEmailLinkedInFacebook
error: Content is protected !!