स्पेनिश वैज्ञानिकों ने दृष्टिहीन लोगों के लिए नई तकनीक खोजी है। इसके जरिए मरीज के मस्तिष्क में खास तरह की चिप लगाई जाती है, जिससे दृष्टिहीन मरीज देखने लगता है। वैज्ञानिक इस तकनीक के जरिए दिमाग के विजुअल कॉरटेक्स को सक्रिय कर देते हैं, जिससे मस्तिष्क में सामने दिखने वाली चीज की स्पष्ट तौर पर तस्वीर बनने लगती है।

इस तस्वीर को देखने के लिए स्पेन वैज्ञानिकों ने एक चश्मा बनाया, जिसके बीच में आर्टिफिशियल रेटिना लगा है। यह रेटिना दिमाग में लगी चिप से जुड़ा हुआ होता है। जैसे ही रोशनी इस रेटिना पर पड़ती है वह इलेक्ट्रिक्ल सिग्नल चिप को भेजती है। यह चिप उस रोशनी का एनालिसिस करके दिमाग के विजुअल कॉरटेक्स में रेटिना के सामने दिख रही चीजों की तस्वीर बना देता है।

न्यूरॉन्स को सक्रिय करता:

‘द जर्नल ऑफ क्लीनिकल इन्वेस्टिगेशन’ में प्रकाशित अध्ययन में वैज्ञानिकों ने बताया है कि इस तकनीक की मदद से हम दिमाग के उन न्यूरॉन्स को सक्रिय कर देते हैं, जिनसे दिमाग में आर्टिफिशियल रेटिना के सामने दिख रही चीजों की बाहरी आकृति दिखने लगती है।

चिप लगते ही महिला को मिली रोशनी

शोधकर्ताओं ने इस चश्मे और चिप का परीक्षण 57 वर्षीय महिला पर किया, जो 16 सालों से कुछ नहीं देख पा रही थी। चिप लगने के बाद जैसे ही महिला ने आर्टिफिशियल रेटिना वाले चश्में को आंखों पर लगाया, उनके सामने दिखने वाली चीजों की इमेज उनके दिमाग में बनने लगी।

By vandna

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