Ranjeet Paul

बारिश का मौसम पौधों की कटिंग लगाने का सही समय होता हैं। इस समय लगाये गए ज्यादातर पौधों के जीवित रहने की संभावना बहुत अधिक होती हैं। मैं यहां 10 ऐसे खूबसूरत फूलों वाले पौधों के बारे में बताउंगा, जिन्हे किसी विशेष देखभाल की जरूरत नहीं होती हैं और कटिंग से बहुत ही आसानी से लगा सकते हैं।

1-#चंपा :- इसको केतकी और प्लूमेरिया आदि नामों से जानते हैं। इसके फूलों से हल्की और बहुत अच्छी खुशबू आती हैं। ये सफेद, पीले और गुलाबी बहुत सारे कलर और वैराइटीज में मिल जाते हैं। इसको कटिंग से बहुत ही आसानी से लगा सकते हैं। इसकी कटिंग लगाये तो एक बात का ध्यान दे, पानी बहुत कम डाले। ज्यादा पानी डालने से कटिंग के सड़ने और गलने का खतरा रहता हैं।

2-#कनेर :- इस पौधे को ज्यादा केयर की आवश्यक नहीं होती हैं। इसके फूल लाल, सफेद और पीले रंगो में आते हैं। इसको बीज और कटिंग से बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता हैं। बरसात के मौसम में इसकी कटिंग जरूर लगाए।

3-#मोगरा :- यह भी एक परमानेंट प्लांट हैं। इसके फूल सफेद रंग के होते हैं और इसके फूलों में बहुत ही जबरदस्त खुशबू होती हैं। इसमें मार्च-अप्रैल से लेकर सितंबर-अक्टूबर तक खूब फ्लावरिंग होती हैं।

4-#बोगनविलिया :- यह बहुत हार्डी प्लांट हैं। इसके फूल लाल, सफेद, गुलाबी, पीले, नारंगी बहुत सारे कलर और वैराइटीज में आते हैं। इस प्लांट को किसी विशेष देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती हैं। इस प्लांट को फुल सनलाईट काफी पसन्द हैं। इसको ऐसे जगह पर लगाए जहां 6-7 घंटे की धूप आती हो। बोगनविलिया को पानी तभी दे जब इसकी मिट्टी सूखी दिखाई दे, ज्यादा पानी देने से इसमें फूल कम और पत्तियाँ ज्यादा आती हैं। ज्यादा से ज्यादा फ्लावरिंग पाने के लिए इसकी डेड हेडिंग को समय-समय पर रिमूव करते रहें।

5-#गुड़हल :- ये भी लाल, सफेद, गुलाबी, पीले, नारंगी बहुत सारे रंग में आते हैं। बरसात में इसकी ग्रोथ बहुत अच्छे से होती हैं और भर-भरके फूल खिलते हैं। इसकी कटिंग बरसात में बहुत ही आसानी से ग्रो हो जाती हैं। गुड़हल को अगर गमले में लगाना चाहते हैं तो कम से कम 12 इंच के गमले लगाए।

6-#गुलाब :- यह बहुत सारे कलर और वैरायटी में आते हैं। इसके फूलों से बहुत ही अच्छी खुशबू आती हैं। गुलाब को कटिंग से लगाना चाहते हैं तो इसकी सिर्फ देसी वैराइटी को ही कटिंग से लगा सकते हैं।

7-#चांदनी :- इसमें सफेद रंग के फूल आते हैं। इसके फूल सिंगल पेटल और डबल पेटल में मिल जायेंगे। इसमें मार्च-अप्रैल से लेकर सितंबर-अक्टूबर तक फ्लावरिंग होती हैं। इस प्लांट को कटिंग से भी लगा सकते हैं। इसकी कटिंग बरसात के मौसम में बहुत ही आसानी से ग्रो हो जाती हैं।

8-#मधुमालती :- इसको रंगून क्रीपर या झूमका बेल भी बोला जाता हैं। यह एक तरह का परमानेंट प्लांट हैं। इसमें दोस्तों बहुत सारी वैराइटीज मिल जाती हैं। इसके फूलों का कलर हर रोज बदलता रहता हैं। जब इसके फूल खिलते हैं तब सफेद रंग के होते हैं, कुछ समय बाद गुलाबी रंग के हो जाते हैं और लास्ट में लाल रंग के। इसके फूल गुच्छों में खिलते हैं और इनमें काफी अच्छी खुशबू होती हैं।

9-#पोर्टुलाका :- इसको गुलदोपहरी, मॉस रोज,8 o’clock बहुत सारे नामों से जानते हैं। यह एक परमानेन्ट प्लांट हैं। इस पौधे की सबसे बढ़िया खासियत यह हैं कि इसमें हर रोज 10 से 20 फूल खिलते मिल जाएंगे। इस प्लांट को बीज और कटिंग से बहुत ही आसानी लगा सकते हैं। यह प्लांट आपको बहुत सारे कलर में मिल जायेंगे।

10-#सदाबहार :- यह एक परमानेंट प्लांट हैं और सालोंसाल बहुत अच्छे से फ्लावरिंग करता हैं। इस प्लांट की ज्यादा केयर की आवश्यक नहीं होती हैं। इसको आप बीज से भी लगा सकते हैं और कटिंग से भी लगा सकते हैं। इस प्लांट को फुल सनलाईट काफी पसन्द हैं। बरसात में इसकी थोड़ा-बहुत केयर की जरूरत पड़ती हैं क्योंकि बरसात का पानी जमा होने से इसकी जड़े सड़ने लगती हैं और फंगस अटैक का भी खतरा रहता हैं। इसलिए इसको ऐसे जगह लगाए जहां बारिश का पानी जमा ना हो।

By vandna

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