अकीदत : ताजुश्शरीया के चेहल्लुम के कुल में उमड़ी जायरीन की भीड़
बरेली। ताजुश्शरीया के उर्स-ए-चेहल्लुम के कुलशरीफ के जलसे की शुरूआत उन्हीं की नात- ‘जिंदगी ये नहीं है किसी के लिए, जिंदगी है नबी के नबी के लिए। नासमझ मरते हैं…
बरेली। ताजुश्शरीया के उर्स-ए-चेहल्लुम के कुलशरीफ के जलसे की शुरूआत उन्हीं की नात- ‘जिंदगी ये नहीं है किसी के लिए, जिंदगी है नबी के नबी के लिए। नासमझ मरते हैं…