मंजूषा कला के मौन को उकेरते चित्रों की प्रदर्शनी
नयी दिल्ली। रंगों की अपनी भाषा है और रेखाओं की अपनी धुन। लय में गोते लगाती रेखाओं को जब रंगों के शब्द मिल जाते हैं, तो सुपरिचित चित्रकार प्रीतिमा वत्स…
नयी दिल्ली। रंगों की अपनी भाषा है और रेखाओं की अपनी धुन। लय में गोते लगाती रेखाओं को जब रंगों के शब्द मिल जाते हैं, तो सुपरिचित चित्रकार प्रीतिमा वत्स…