Tag: The story of Savitri and Satyavan

ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री व्रत से पूरी होती है अखंड सौभाग्य की कामना

उत्तर भार‍‍त की सुहागिनों द्वारा प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या को तथा दक्षिण भार‍त की सुहागिन महिलाओं द्वारा ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को वट सावित्री व्रत का पर्व मनाया जाता…

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