Tag: ताजुश्शरीया हजरत अख्तर रजा खां (अजहरी मियां)

अकीदत : ताजुश्शरीया के चेहल्लुम के कुल में उमड़ी जायरीन की भीड़

बरेली। ताजुश्शरीया के उर्स-ए-चेहल्लुम के कुलशरीफ के जलसे की शुरूआत उन्हीं की नात- ‘जिंदगी ये नहीं है किसी के लिए, जिंदगी है नबी के नबी के लिए। नासमझ मरते हैं…

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