ध्यान से सुनिए –भगवान श्री सत्यनारायण व्रत कथा पञ्चम अध्याय
श्री सूतजी बोले- हे ऋषिगण! मैं एक और कथा कहता हूँ, आप सभी ध्यान से सुनो- सदा प्रजा के लिए चिन्तित तुङ्गध्वज नाम का एक राजा था। उसने भगवान सत्यनारायण…
श्री सूतजी बोले- हे ऋषिगण! मैं एक और कथा कहता हूँ, आप सभी ध्यान से सुनो- सदा प्रजा के लिए चिन्तित तुङ्गध्वज नाम का एक राजा था। उसने भगवान सत्यनारायण…
सूतजी ने आगे कहा- वैश्य ने यात्रा आरम्भ की और अपने नगर को चला। उनके थोड़ी दूर आगे बढ़ने पर दण्डी वेषधारी श्री सत्यनारायण भगवान ने उसकी परीक्षा लेने हेतु…
श्री सूतजी बोले- हे श्रेष्ठ मुनियो! अब मैं आगे की एक कथा कहता हूँ। प्राचीन काल में उल्कामुख नाम का एक महान ज्ञानी राजा था। वह जितेन्द्रिय और सत्यवक्ता था।…
महान सन्त सूतजी ने कहा- हे ऋषियों! जिन्होंने प्राचीन काल में इस व्रत को किया है, उनका इतिहास मैं आप सब से कहता हूँ- ध्यान से सुनें । अति सुन्दर…