-हनुमान गढ़ी के महंत ने पालिकाध्यक्ष को भेंट की प्राचीन ईंट
–बिल्सी के किसी मंदिर में धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्थापित होगी
अयोध्या/बदायूं : बिल्सी नगर को इस चुनावी वर्ष में अयोध्या से जो उपहार मिला है, उससे बिल्सी नगर और अयोध्या का ऐतिहासिक जुड़ाव हो जाएगा। नगर पालिका अध्यक्ष अनुज वार्ष्णेय ऐसे पहले व्यक्ति होंगे जो मंदिर निर्माण के इस ऐतिहासिक और चुनावी वर्ष में अयोध्या और बिल्सी को यादगार स्मृतियों के सेतु के माध्यम से जोड़ेंगे। इससे बिल्सी के इतिहास में भी नये पृष्ठ लग जाएंगे।
अनुज वार्ष्णेय इस समय अयोध्या में हैं। वहां उन्होंने भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण स्थल पर विधानसभा चुनाव से पहले पर नगर की जनता की ओर से हाजिरी लगाई। दर्शन और पूजा-पाठ के बाद उनकी मुलाकात भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत बलराम पांडे से हुई। इस दौरान महंत बलराम पांडे ने उन्हें मंदिर के नींव की एक ईट भेंट की जो करीब सात सौ वर्ष पुरानी है। अर्थात श्रीराम मंदिर के लिए पांच सौ वर्ष के आंदोलन से भी पुरानी। महंत के निर्देश पर यह अति प्राचीन ईंट बिल्सी के किसी मंदिर में स्थापित की जाएगी जिससे बिल्सी नगर और श्रीराम जन्मभूमि धार्मिक भावनाओं के सेतु से सीधे आपस में जुड़ जाएंगे। यही नहीं यह एक ऐतिहासिक मौका इसलिए भी होगा कि यह समय आस्था और इतिहास दोनों के संगम का समय है।
पालिकाध्यक्ष अनुज वार्ष्णेय महंत पांडे द्वारा दी गई इस ईंट को बिल्सी नगर के किसी मंदिर में पूरी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्थापित कराएंगे। इसके दर्शन मात्र से सीधे राम जन्मभूमि अयोध्या से बिल्सी नगर के आस्थावान लोग जुड़ेंगे और अब तक के आंदोलन और श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति और भव्य निर्माण के ऐतिहासिक क्षणों की याद ताजा करते रहेंगे। पीढ़ी-दर पीढ़ी यह जुड़ाव बढ़ता जाएगा। बिल्सी के मंदिर में जब इस ईंट की स्थापना होगी, वह क्षण हमेशा के लिए यादगार और ऐतिहासिक बन जाएगा।