बदायूं : सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्स्ना राय का शव संदिग्ध हालात में उनके सरकारी आवास में संदिग्ध हालात में पंखे से लटका मिला। वह यहां अकेली रहती थीं और अविवाहित थीं। पुलिस ने कथित तौर आत्महत्या की बात कही है। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम, एसएसएसपी सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये। शोक में सभी अधिवक्ता कार्य से विरत रहे।
यह मामला स्थानीय रजिस्ट्री कार्यालय के समीप बने जजेस क्वार्टर्स का है। मऊ जिले की रहने वाली ज्योत्स्ना राय के शनिवार सुबह समय पर कार्यालय न पहुंचने पर उनकी कोर्ट के कर्मचारियों ने कॉल की तो वह रिसीव नहीं हुई। इस पर कर्मचारी आवास पर पहुंचे तो काफी आवाज देने और खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला। इस पर करीब साढ़े दस बजे सूचना पुलिस को दी गयी। जानकारी मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये।
पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गयी तो कमरे में पंखे से शव लटक रहा था। पास में ही मोबाइल फोन पड़ा था। दूसरे कमरे का सामान भी बिखरा हुआ था। कोतवाली इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह ने सूचना एसएसपी आलोक प्रियदर्शी को दी। इस पर डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी मौके पर पहुंचे।
जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। ज्योत्स्ना राय का मोबाइल फोन भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। शव का पंचनामा भर कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही घटना की जानकारी लखनऊ में रहने वाले राय के परिवारीजनों को दे दी गयी है।
एसएसपी बदायूं आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि पुलिस मौके पर पहुंची। उनका आवास पहली मंजिल पर है। दरवाजे अंदर से बंद थे। उसे जबरदस्ती खोला गया और उनका शव छत के पंखे से लटका हुआ मिला। शव को कब्जे में ले लिया गया है और जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके दस्तावेजों में कुछ चीजें मिली हैं। सभी तथ्यों की जांच की जाएगी। ज्योत्स्ना राय एक मेधावी छात्र रहीं। हाईस्कूल से लेकर एलएलबी तक की परीक्षा प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण की थी। उनकी प्रथम पोस्टिंग आयोध्या में 15 नवंबर 2019 और दूसरी पोस्टिंग बदायूं में 29 अप्रैल 2023 को हुई थी।