बदायूं में बाढ़ का कहर, #मौत, #बदायूं ,

बदायूं @BareillyLive. बदायूं जिले में बाढ़ का कहर जारी रहने से दो दर्जन गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय और तहसील से टूट गया है। सैकड़ां बीघा फसल जलमग्न हो गई है। वहीं कछला में गंगा खतरे के निशान से ऊपर वह रही है। घाट पर आरती स्थल तक बाढ़ का पानी आ गया है।

दातागंज तहसील क्षेत्र के बारीखेड़ा और देवरनिया गांव टापू में बदल गए हैं। गंगा खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। दातागंज क्षेत्र में रामगंगा के साथ-साथ अरिल नदी के जलस्तर वृद्धि से पुल व सड़कों के ऊपर पानी भर गया है। सक्सेना पुल पर दो से तीन फुट पानी चल रहा है। इससे ग्राम कुनिया ,दुधारी शाहजहांपुर, जमालपुर अभयपुर सहित क्षेत्र के खागी नगला, वीर सहाय नगला, भमरौलिया आदि एक दर्जन गांवों के निचले हिस्सों में पानी भरने लगा है। दातागंज तहसील मुख्यालय का संपर्क कट गया है। जिससे करीब दस हजार की आबादी प्रभावित हो रही है।

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उसहैत क्षेत्र में भी खेत डूब गए हैं। कछला गंगा घाट पर दुकानों पर पानी भर गया है। किसानों की हजारों बीघा फसल भी गंगा में समा गई है। सहसवान क्षेत्र में करीब आधा दर्जन ग्रामों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। जिससे टॉफी नगला गांव में कटान शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त वीर सहाय नगला, खगी नगलाऔर भमरोलिया ग्राम बाढ़ के पानी से गिर गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा राहत शिवर लगाए गए हैं। जहां नागरिकों से आने की अपील की जा रही है। लेकिन कई ग्राम के ग्रामीण गांव छोड़ने को तैयार नहीं है।

सहसवान क्षेत्र में दिन तक विकराल रुप दिखाने के बाद बुधवार को गंगा ने अपना आंचल समेटना शुरू कर दिया। इससे ग्रामीणों को फौरी तौर पर कुछ राहत जरूर मिली है।

बावजूद इसके उनकी तमाम दुश्वारियां यथावत बनी हुई हैं। गंगा महावा बांध के उस पार बसे गांव वीर सहाय नगला, भमरौलिया, खागी नगला के ग्रामीण अब भी गांवों में ही रह रहे हैं।

बांध से गांवों को जाने वाले रास्ते और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया

इधर, एसडीएम प्रेमपाल सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बाबत जानकारी ली। इसके साथ ही बाढ़ राहत कार्य में लगे कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह क्षेत्र में कैंप कर हालातों पर निगाह रखें। ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

बता दें कि सोमवार और मंगलवार को नरौरा बैराज से गंगा में एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। इससे नदी में उफान आ गया और बाढ़ का पानी खेतिहर इलाके को जलमग्न करता हुआ गंगा महावा बांध की ओर बढ़ गया। यहां तक कि बांध के उस पार बसे तीनों गांव पानी से घिर गए। साथ ही गांवों में भी निचले स्थानों पर बाढ़ का पानी भर गया।

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कुछेक परिवारों को छोड़कर अधिकांश लोग अब भी गांवों में ही रह रहे हैं। गांवों के आसपास और खेतिहर इलाके में भरा पानी भी धीरे धीरे वापस लौटने लगा है। खागी नगला गांव जाने वाला संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त और कीचड़ भरा हो गया है। तौफी नगला गांव को जाने वाले मार्ग की पुलिया टूट गई है। इससे लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। गांव तौफी नगला जाने वाले मार्ग की पुलिया कट गई है। गंगा महावा बांध से खागी नगला गांव जाने वाले मार्ग से पानी तो हट गया है लेकिन रास्ता क्षतिग्रस्त है जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

जनपद में हरिद्वार, नरौरा, बिजनौर बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से आने वाले दिनों में ओर परेशानी बढ़ने की संभावना है। बुधवार को नरौरा बैराज का डिस्चार्ज घट कर 57 हजार 541 क्यूसेक रह गया। कछला में मीटर गेज घट कर 161.75 सेमी पर आ गया। बिजनौर और हरिद्वार में भी पानी का डिस्चार्ज बहुत कम हो गया है।

सडक पार करते बाईक सवार चचेरे-तहेर भाई पानी में बह गये, एक की मौत

बदायूं। जनपद में बाढ़ अपना विकराल रूप दिखाने लगी है। हजरतपुर थाने के ग्राम शेरपुर में सडक क्रास करते समय बाईक समैत चचेरे तहेर भाई पानी में बह गये जिससे एक की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज पड़ताल शुरू कर दी है।

बीती रात हजरतपुर थान क्षेत्र के ग्राम कैमी निवासी रामगोपाल 22 पुत्र सोमपाल व तहेरा भाई गुड्डू 24 पुत्र धनपाल शाहजहांपुर के ग्राम जैतापुर बारात में गये थे। रात वापस आते वक्त शेरपुर के पास सडक पर बाढ के पानी में बाईक सहित बह गये। गुड्डू ने सडक की साईड पकड ली तो बच गया वही रामगोपाल पानी में बह गया। सुबह एसओ बिक्रम सिंह ने गोताखोरों के जरिए उसके शव को निकलवाया व पोस्टमार्टम को जिला मुख्यालय भेज पड़ताल शुरू कर दी है।

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