बदायूं@BareillyLive. पीएचडी छात्रा वैशाली गुप्ता ने ट्रांसजेंडर समुदाय की समस्याओं के समाधान हेतु जिलाधिकारी और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को अवगत कराया है। वैशाली गुप्ता ने अपने द्वारा किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है। यह सर्वे उन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में किया था।
एमिटी लॉ स्कूल, उत्तर प्रदेश की पीएचडी छात्रा वैशाली गुप्ता और उनके पिता अरविंद कुमार गुप्ता, जो न्यायिक सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड के पद पर हैं, ने जिलाधिकारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव से मुलाकात कर जिले के ट्रांसजेंडर समुदाय की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए राहत उपायों पर चर्चा की।
वैशाली गुप्ता ने अपने द्वारा किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है। यह सर्वे उन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में किया था। सर्वेक्षण में 60 ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों, जिनमें 6 गुरु और उनके शिष्य शामिल थे। उनसे एकत्रित जानकारी को साझा किया गया। रिपोर्ट में शिक्षा, रोजगार, आवास, सरकारी योजनाओं की जानकारी, स्वास्थ्य सेवाएं और कानूनी अधिकार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला गया।
रिपोर्ट के अनुसार, किन्नर समुदाय को शिक्षा, रोजगार और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। केवल 3 प्रतिभागी कक्षा 10 तक पढ़े थे, जबकि रोजगार के अवसर भी सीमित हैं। इसके साथ ही, अधिकांश प्रतिभागियों के पास पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या पैन कार्ड नहीं हैं, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विशेष शिक्षा योजनाएं, रोजगार सृजन, और सरकारी आवास योजनाओं का लाभ पहुंचाने की मांग की गई है। साथ ही, चुनावों में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सीट आरक्षण और गौशाला संचालन की जिम्मेदारी देने का भी सुझाव दिया गया है। जिलाधिकारी एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है और जल्द ही आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।