लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर (Second strain) का मुकाबला कर रहे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गौतमबुद्ध नगर में मीडिया के साथ बातचीत में यह जानकारी दी। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक में राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि विशषज्ञों ने आशंका जाहिर की है कि तीसरी लहर में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इसको देखते हुए प्रदेश के सभी 75 जिलों के अस्पतालों में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से आईसीयू कोविड वार्ड (ICU Covid Ward) तैयार करवाए जा रहे हैं। इन अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से पिडियाट्रिक विभाग भी होंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण से उबरे लोगों में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए हर जिले में इसके इलाज की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सोमवार से सभी जिला अस्पतालों के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के पहले फेज के मुकाबले दूसरे फेज में 30 से 50 गुना ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार इसे काफी हद तक रोकने में सफल रही है। विशेषज्ञों ने उत्तर प्रदेश में 25 अप्रैल से 15 मई के बीच पीक आने की बात कही थी। इस दौरान आशंका जताई गई थी कि हर रोज एक लाख से ज्यादा केस सामने आएंगे, लेकिन सरकार ने इसे रोक लिया। 24 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38 हजार 55 पॉजिटिव केस आए थे। इसके बाद से इसमें गिरावट आने लगी। 30 अप्रैल को प्रदेश में सर्वाधिक 3 लाख 10 हजार एक्टिव केस थे जो आज रविवार को घटकर 1 लाख 63 हजार रह गए हैं।

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