लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। कहा- भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश पर बाहरी मुख्यमंत्री ठोप दिया है। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के बाहर के रहने वाले हैं।
अखिलेश यादव यहां सपा के प्रदेश कार्यालय में प्रेस के साथ बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने लगातार दूसरे दिन बसपा से आए एक दर्जन से अधिक लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। सपा में शामिल होने वालों में पूर्व आइपीएस अधिकारी हरीश कुमार शामिल हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि योगी आदित्यनाथ दूसरे प्रदेश से आए हैं। अगर वह वाकई में योगी हैं तो सच सभी को बताएं। उनको उत्तर प्रदेश के बारे में कम जानकारी है, इसी कारण सपा सरकार के कार्यकाल के काम को अपना बताते रहते हैं।
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ की भाषा को लेकर भी निशाना साधा। कहा- वह सदन में कैसी भाषा बोलते हैं। कम से कम मुख्यमंत्री को ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए। किसी भी सदन में योगी आदित्यनाथ की भाषा मुख्यमंत्री वाली नहीं है। वह विकास पर कम बोलते हैं। अगर उत्तर प्रदेश सरकार समाजवादी पार्टी सरकार के काम को आगे बढ़ाती तो भी काफी प्रगति हो जाती।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में हमने जहां भी मेट्रो रेल चलवाई, अभी भी वहीं तक सीमित है। योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर में मेट्रो नहीं चल पाई। छात्र-छात्राओं के हाथ में लैपटॉप देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काफी बुरा लगता है। कोरोना वायरस के लॉकडाउन में मोबाइल और लैपटॉप से ही पढ़ाई हुई है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार बलात्कारियों के केस सरकार वापस ले रही है। हमारी सरकार में ऐसा नहीं हुआ था। सरकार बदले भी भावना से काम कर रही है। अपराधियों के नाम पर उनके घर के लोगों को परेशान किया जा रहा है। उनके घरों को अवैध बताकर गिराया जा रहा है। सरकार कानून को अपने हाथ में ले रही है। सरकार अपने लोगों के नक्शे चेक करे, अधिकतर का निर्माण अवैध ही मिलेगा।