-विधानसभा में गूंजेगा 10 लाख रुपये मुआवजे का मुद्दा
-यूपी बार के अध्यक्ष से मिले सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल
बरेली। कोरोना संक्रमण में जान गंवाने वाले वकीलों के आश्रितों को मुआवजे का मुद्दा समाजवादी पार्टी जोर शोर से उठा सकती है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के बरेली दौरे के दौरान इस बात के साफ संकेत मिले की सपा वकील बिरादरी को लेकर खासी संवेदनशील है। यूपी बार की एक महत्वपूर्ण बैठक इलाहबाद में होने जा रही है। इससे ठीक पहले सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का यूपी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिरीष मल्होत्रा के घर जाकर मिलना यूपी की राजनीति में बड़ी हलचल के संकेत हैं। प्रदेश के वकील और बार यूपी सरकार से नाराज बताये जा रहे हैं।
पिछले दिनों साइकिल रैली को झंडी दिखाने व अपने कार्यकर्तोओं में जोश भरने के लिए सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल बरेली पहुंचे थे। बरेली में उन्होंने गुपचुप यूपी बार के अध्यक्ष शिरीष मेहरोत्रा से भी मुलाकात की। उनके साथ सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी व हाल ही में सपा में शामिल हुए वरिष्ठ पत्रकार व व्यवसायी डॉ पवन सक्सेना भी मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले की पटकथा डॉ. पवन सक्सेना ने ही तैयार की है।
पिछले दिनों यूपी बार ने कोरोना काल में जान गंवाने वाले प्रदेश के करीब तीन हजार वकीलों के आश्रितों के परिवारों के लिए मुआवजे का मुद्दा उठाया था मगर राज्य सरकार ने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया। अब बार इस मुद्दे पर अपने तेवरों को कड़ी करती नजर आ रही है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने यूपी बार के अध्यक्ष शिरीष मल्होत्रा से मुलाकात करके समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान हुए विभिन्न कामों की याद दिलाई तथा कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी व पूरी पार्टी यह मानती है कि अधिवक्ता लोकतंत्र को बचाये रखने की अहम कड़ी हैं। वह स्वयं भी वकील हैं इसलिए वकीलों के दुख दर्द को बेहतर तरीके से समझते हैं।
सूत्रों के अनुसार, बातचीत के दौरान यूपी बार के अध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही इलाहाबाद में यूपी बार की बैठक होने जा रही है, वहां वकीलों के हितों के कई प्रस्ताव सामने आ रहे हैं। वह अपनी मांगों को लगातार सरकार के सामने रख रहे हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वह खुद भी वकील हैं। वकीलों के दुख-दर्द को वह स्वयं भी समझते हैं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी हमेशा वकीलों के हितों को लेकर संवेदनशील रहते हैं। लोकतंत्र बचाये रखने के लिए वकील महत्वपूर्ण इकाई हैं तथा हम यह मानते हैं कि संविधान को बचाये रखने के लिए हमें अधिवक्ता साथियों के हितों की चिंता करनी होगी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी आगामी सत्र में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठायेगी तथा सदन से सड़क तक संघर्ष के लिए तैयार है। बार काउंसिल के मुद्दों पर प्रदेश के अधिवक्ताओं की भलाई के लिए समाजवादी पार्टी साथ देगी।
अब देखना यह है कि इलाहाबाद में होने वाली बार की बैठक में क्या नतीजा निकलता है और सपा इसी महीने की 17 तरीख से होने वाले सत्र में इस मुद्दे को किस तरह से उठाती है। यह तय है कि आने वाले वक्त में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की इस राजनीतिक बिसात का बड़ा लाभ सपा को मिल सकता है।