लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे कार्यों की निगरानी एवं सुचारु व्यवस्था के लिए नगरीय निकाय निदेशालय ने प्रदेश के सभी 18 मंडलों में नोडल अधिकारी बनाए हैं। प्रत्येक नोडल अधिकारी को तीन से चार मंडल दिए गए हैं। इनके साथ दो से तीन सहायक अधिकारी भी लगाए गए हैं। इनका काम मंडलों में रहकर कार्यों की निगरानी करना और उसकी रिपोर्ट स्थानीय निकाय निदेशालय को सौंपना है।

उप निदेशक रश्मि सिंह, सहायक उपेंद्र तिवारी और अनामिका सिंह को अयोध्या, गोरखपुर एवं प्रयागराज मंडल की जिम्मेदारी दी गई है। अपर निदेशक पीके श्रीवास्तव, सहायक डॉ सुनील कुमार यादव एवं सुशील चंद्र गुप्ता को मेरठ, सहारनपुर, झांसी और चित्रकूट का नोडल अधिकारी बनाया गया है। अपर निदेशक स्वच्छ भारत मृत्युंजय और सहायक विद्यासागर यादव एवं बिन्नो रिजवी आगरा, अलीगढ़, लखनऊ और कानपुर मंडलों की जिम्मेदारी संभालेंगे। अपर निदेशक डॉ मोहम्मद असलम अंसारी, सहायक महेंद्र कुमार और विवेक सिंह को आजमगढ़, बस्ती, वाराणसी और देवीपाटन मंडल का नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्य अभियंता आरके चौधरी और सहायक विकास कुरील को मुरादाबाद, बरेली एवं मीरजापुर का नोडल अधिकारी बनाया गया है।

इन कार्यों की करेंगे निगरानी

नोडल अधिकारी अपने-अपने मंडलों में रहेंगे और कोरोना की रोकथाम से जुड़े कामों जैसे सफाई, सैनिटाइजेशन, श्मशान घाट, अंत्येष्टि स्थल, कब्रिस्तानों से प्राप्त साप्ताहिक सूचना का परीक्षण करेंगे। मोहल्ला निगरानी समितियों द्वारा की जा रही स्क्रीनिंग और मेडिकल किट वितरण की जानकारी भी लेंगे। कोरोना संक्रमित शवों के मुफ्त अंतिम संस्कार की जानकारी लेने के अलावा शहरी क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के संबंध में किए जा रहे कामों और परेशानियों को चिन्हित करेंगे। बारिश से पहले नाला-नालियों की सफाई की जानकारी लेंगे। स्थानीय निकाय निदेशालय को तय प्रारूप पर सूचना न देने वाले डिफाल्टर निकायों के बारे में जानकारी लेकर उनसे सूचना प्राप्त करेंगे।

 
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