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लंदन। ब्रिटेन के आतंकवाद निरोधक अधिकारियों ने मंगलवार को ‘‘भारत में चरमपंथी गतिविधि और धोखाधड़ी के अपराधों’’ के आरोप में मध्य इंग्लैंड के कुछ घरों में छापेमारी की। वेस्ट मिडलैंड्स काउंटर टैरेरिज्म यूनिट (डब्ल्यूएमसीटीयू) की अगुवाई वाली इस जांच के तहत कोवेंट्री, लेस्टर और बर्मिंघम में छापेमारी की गई। छापेमारी अब भी जारी है और अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।

वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘डब्ल्यूएमसीटीयू की जांच के तहत जांचकर्ता कई घरों की तलाशी ले रहे हैं। कोवेंट्री, लेस्टर और बर्मिंघम में आज रिहायशी पतों की डब्ल्यूएमसीटीयू द्वारा तलाशी ली गई। ईस्ट मिडलैंड्स स्पेशल ऑपरेशंस यूनिट दृ स्पेशल ब्रांच (ईएमएसओयू-एसबी) के समर्थन से इस कवायद को अंजाम दिया जा रहा है।’’

बयान के मुताबिक, ‘‘भारत में चरमपंथी गतिविधि और धोखाधड़ी के अपराधों के आरोपों के सिलसिले में यह तलाशी ली जा रही है। किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।’’ छापेमारियों की प्रकृति या अभियान में लक्षित संदिग्धों के बारे में सुरक्षा बलों ने कोई ब्योरा नहीं दिया, लेकिन ब्रिटेन के एक सिख संगठन ने बयान जारी कर चिंता जताई कि ‘‘भारतीय पुलिस अधिकारी ब्रिटेन में हो सकते हैं और ब्रिटिश पुलिस के जरिए सिख कार्यकर्ताओं को निशाना बना सकते हैं।’’

एक स्वतंत्र सिख राष्ट्र बनाने के लिए अभियान चलाने वाले संगठन ‘सिख फेडरेशन यूके’ ने कहा, ‘‘अभी हमारा 35वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन वेस्ट मिडलैंड्स में काफी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और यहां ब्रिटेन में भारतीय पुलिस अधिकारियों ने उठाया होगा इसमें संदेह नहीं है हमें एक स्वतंत्र सिख राष्ट्र खालिस्तान के लिए लॉबिइंग और राजनीतिक गतिविधि के लिए मिल रहे समर्थन पर चिंता जाहिर की होती।

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