नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पाकिस्तान में संपन्न हुए आम चुनाव के अंतिम रुझानों में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।जियो न्यूज के मुताबिक, इमरान खान ने अपनी सीट नेशनल असेंबली इस्लामाबाद 2 पर 92,891 वोटों से जीत हासिल की है। साथ ही उनकी पार्टी 119 सीटों पर आगे चल रही है। चुनावों में मिल रही जीत पर उनके समर्थकों में भी खुशी की लहर है। समर्थकों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाना शुरू कर दिया है। चुनावों के नतीजों की घोषणा में देरी हो रही है।
As per latest unofficial trends on Geo news, PTI’s Imran Khan wins NA-53 Islamabad 2 with 92,891 votes . #PakistanElections2018 pic.twitter.com/LnyUyJlPAG
— ANI (@ANI) July 26, 2018
#PakistanElections2018 As per latest unofficial trends on Geo news, PTI leading on 119 seats, PMLN on 61 seats & PPP on 40 pic.twitter.com/RJXo1RyPRA
— ANI (@ANI) July 26, 2018
पाकिस्तान चुनाव आयोग के सचिव बाबर याकूब ने बताया कि चुनाव परिणाम में दबाव के कारण देरी हो रही है। साथ ही उन्होंने बताया है कि इसके चलते परिणाम जारी करने की प्रक्रिया रोक दी गई है।
Result Transmission Service stopped working under pressure & has delayed results. Presiding officers have been asked to meet their returning officers, along with army officers assigned to their voting booths, with the results: Babar Yaqoob, Secretary ECP #PakistanElection2018 pic.twitter.com/xrE3rUO0mr
— ANI (@ANI) July 25, 2018
वहींं, नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल- एन) इन चुनावों में पीछे है और उसे 61 सीटों पर बढ़त हासिल है। वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 40 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
आतंकी सरगना हाफिज सईद नहीं खुल पाया खाता
खास बात यह है कि आतंकी सरगना हाफिज सईद की पार्टी अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक का खाता तक नहीं खुल पाया है।
वहीं नियमों के मुताबिक पाकिस्तान के चुनाव आयोग को मतदान के नतीजे फॉर्म 45 में उपलब्ध कराने होते हैं।लेकिन आयोग हैदराबाद और खी में फॉर्म 45 के बजाय सादे कागजों में ही नतीजे उपलब्ध करा रहा है। इसके कारण चुनावों में गड़बड़ी की आशंका भी उठाई जा रही है।
सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 137 सीटें चाहिए
हालांकि, अभी तक पाकिस्तान की हंग असेंबली बनती हुई दिख रही है।272 सीटों पर हुए चुनावों में पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 137 सीटें चाहिए।हालांकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 44 सीटों पर आगे चल रही है। इससे संकेत मिलते हैं कि यदि इस संसदीय चुनाव में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो पीपीपी ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभा सकती है।
पीएमएल- एन ने मतगणना प्रक्रिया पर आपत्ति जताई
इस बीच पीएमएल- एन ने मतों की गणना की प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है और आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के एजेंटों को कई निवार्चन क्षेत्रों के मतदान केंद्रों से बाहर किया गया है। पीपीपी के मौला बक्स चंदियों ने भी दावा किया कि उनकी पार्टी के एजेंटों को बादिन में मतदान केंद्रों के अंदर नहीं जाने दिया गया।
इमरान को हासिल है सेना और आईएसआई का समर्थन, विरोधियों का आरोप
इन चुनावों में इमरान खान के विरोधियों ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी यानि पीटीआई को पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन मिला हुआ है।इस कारण उन्हें अपने विरोधियों के खिलाफ थोड़ी बढ़त हासिल है। इमरान खान ने दावा किया है कि वह देश की अब तक की राजनीतिक पार्टियों को मात देकर एक ‘नया पाकिस्तान’ बनाएंगे ।