लखनऊ। देश में कोरोना वायरस संक्रमित पहले व्यक्ति के दम तोड़ने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में सतर्कता बढ़ाने के साथ ही कुछ और एहतियाती कदम उठाए हैं। इसको महामारी के समकक्ष घोषित किया गया है। प्रदेश में पांच लैब में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की व्यवस्था करने के साथ ही सभी स्कूल-कॉलेज 22 मार्च 2020 तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होती रहेंगी।

स्वास्थ्य विभाग को आपात स्थिति के लिए अलर्ट किया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा तथा स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और शीर्ष अधिकारियों के साथ करीब दो घंटा मंथन किया। लोकभवन में बैठक के बाद योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से वार्ता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश इस समय कोरोना वायरस काफी नियंत्रण में है। सरकार ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित नहीं किया लेकिन स्वास्थ्य विभाग को आपात स्थिति के लिए अलर्ट किया गया है। बीमारी के लिए एपिडेमिक ऐक्ट के अंतर्गत कुछ विशेषाधिकार नियत किए गए हैं। सरकार की तरफ से इससे लडऩे के हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। कोरोना वायरस की जांच के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ ही संजय गांधी पीजीआई में इसके संक्रमण के जांच की सुविधा है। इसके साथ ही लोहिया संस्थान में भी जांच हो रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने इस बीमारी को महामारी तो घोषित नहीं किया है लेकिन उसके कुछ प्रावधान लागू करने का फैसला किया है। सीएम ने कहा कि मास्क की जरूरत नहीं है तो न लगाएं। जो व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है सिर्फ वही मास्क लगाए। अनावश्यक रूप से मास्क लगा कर इसको पैनिक करने से बचें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच है कि कोरोना वायरस की दहशत यूपी के कई शहरों तक पहुंच चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के 11 मामले सामने आए हैं। 10 का इलाज दिल्ली और एक का इलाज लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में चल रहा है। कोरोना से लडऩे के लिए हम करीब डेढ़ महीनेसे तैयारी कर रहे थे और हमारे पास बचाव के सारे साधन हैं। 24 मेडिकल कॉलेजों में 448 बर्थ रिजर्व्ड है। इन मेडिकल कॉलेजों में सैंपल जांच की भी सुविधा है।

मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वॉर्ड  

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा हमने यह तय किया है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी डॉक्टर और पैरामेडिक्स कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज करने के लिए अभ्यस्त हों। सभी मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वॉर्ड बनाया जाएं। प्रदेश की सभी सीमाओं पर पर्याप्त सर्विलांस सिस्टम लगाया जाएं। सभी डीएम को राज्य की सीमाओं पर स्क्रनिंग सेंटरों का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है।  सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड के लिए उपयुक्त किट और सुरक्षित गियर उपलब्ध कराए जाएं।  यूपी में कोरोना वायरस में अब तक जो मामले सामने आए हैं, उनमें आगरा और लखनऊ शामिल है। 

सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संस्थाओं को सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं वहीं सरकार भी अपने  3 वर्ष के कार्यकाल  के उपलक्ष में  कोई ऐसा कार्यक्रम आयोजित नहीं करेगी जिसमें  जनसमूह एकत्र हो। अभी सिनेमा हॉल व सिनेप्लेक्स मालिकों पूरी सतर्कता के साथ फिल्म शो संचालित करने के  निर्देश दिए गए हैं।

पांच लैब मैं कोरोना वायरस की जांच

प्रदेश में अब पांच लैब मैं कोरोना वायरस की जांच होगी। इनमें केजीएमयू के अलावा एसजीपीजीआई लखनऊ, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर और बीएचयू व एएमयू शामिल हैं। सीएम ने बताया कि 1268 आइसोलेशन बेड यूपी में विभिन्न अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में आरक्षित किए गए हैं और अभी तक 4100 पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा चुकी है और आगे ट्रेनिंग प्रोग्राम जारी रहेगा। उन्होंने बताया अभी यूपी में कोरोना वायरस के 11 मरीज पाए गए हैं इसमें आगरा के साथ गाजियाबाद के दो और लखनऊ व नोएडा के एक-एक मरीज शामिल हैं।

स्कूल-कॉलेज बंद

सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेज 22 मार्च तक बंद करने का आदेश जारी किया है। हालांकि जिन शिक्षण संस्थानों में परीक्षाएं चल रही हैं वे यथावत चलेंगी और वहां पर कोरोना वायरस से संबंधित बचाव के उपाय किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस तक की क्लास बंद की गई हैं। 20 मार्च को फिर रिव्यू मीटिंग होगी और आगे तय किया जाएगा  शिक्षण खोले जाएं कि नहीं।

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