लखनऊ। वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थे। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य थे। बेनी प्रसाद वर्मा उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के सर्वमान्य नेता माने जाते थे।
लोकसभा में पांच बार के सांसद रहे बेनी प्रसाद उत्तर प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा थे। बेनी प्रसाद वर्मा सबसे पहले वर्ष 1974 में दरियाबाद क्षेत्र से विधानसभा सदस्य चुने गए थे। उनके निधन पर समाजवादी पार्टी समेत कई राजनीतिक दलों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
बेनी प्रसाद वर्मा का जन्म 11 फरवरी, 1941 को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बाराबंकी से पूरी हुई। इसके बाद वह लखनऊ आ गए। यहां से उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए और फिर एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।
बेनी प्रसाद वर्मा कई साल तक यूपी की सपा सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे। देवेगौड़ा सरकार के दौरान उन्होंने वर्ष 1996 से 1998 तक केंद्र में संचार मंत्री का पद संभाला। 1998, 1999, 2004 और 2009 में गोंडा से सांसद चुने गए, जबकि यूपीए सरकार के दौरान 12 जुलाई, 2011 को इस्पात मंत्री भी बनाए गए। पिछले लोकसभा चुनाव में हारने के बाद बेनी वर्मा कांग्रेस में हाशिए पर थे।
बेनी प्रसाद वर्मा अपने बेटे के लिए वर्ष 2007 में टिकट चाहते थे, लेकिन अमर सिंह की वजह से बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को टिकट नहीं मिल सका। इसी वजह से नाराज बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी और समाजवादी क्रांति दल बनाया। इसके बाद साल 2008 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। वर्ष 2016 में वह एक बार फिर समाजवादी पार्टी मे शामिल हो गए थे।