बरेली। भगवान का जलाभिषेक कर अपने घर लौट रहे कांवरियों को गांव में घुसने पर पथराव कर दिया गया। घटना आंवला तहसील के अलीगंज थाने के गांव खैलम की है। यहां कुछ खुराफातियों के कारण पूरे गांव में साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो गया। गौरीशंकर मंदिर से जलाभिषेक कर लौट रहे कांवड़ियों को गांव में जाना चाह रहे थे कि दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने रास्ता रोक लिया। अधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद विवाद जारी रहा। पुलिस सुरक्षा में कांवड़िये गांव में जाने लगे तो दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। लगभग दो घंटे तक रुक-रुक कर पथराव हुआ। बवालियों के निशाने पर सिर्फ कांवड़िये ही नहीं, आंवला एसडीएम, नायब तहसीलदार और पुलिसकर्मी भी थे।
बता दें कि अलीगंज का खैलम गांव मुस्लिम बाहुल्य है। यहां के लगभग पचास लोग कछला से कांवड़ लेकर गौरीशंकर मंदिर पर जल चढ़ाने गये। लौटते समय जैसे ही कांवड़िये वापस पहुंचे तो दूसरे समुदाय ने उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया। उन लोगों का कहना था कि गांव के बाहर जंगल से होकर गांव में आएं। इसको लेकर दोनों ही तरफ से कहासुनी हो गई। सूचना पर अलीगंज पुलिस खैलम गांव पहुंची। पुलिस भी दूसरे समुदाय के कहने पर कांवड़ियों से दूसरे रास्ते से जाने की बात कहने लगी।
इस पर कांवरिये आक्रोशित हो गये। इन लोगों का कहना था क्या हमें अपने ही घर नहीं जाने देंगे? गुस्साये कांवड़ियों व अन्य गांव वालों ने अलीगंज-सिरौली मार्ग पर जाम लगा दिया। कई घंटों की मशक्कत के बाद भारी फोर्स के साथ एसपी देहात ख्याति गर्ग, आंवला एसडीएम, सीओ तथा आइटीबीपी के जवान कांवड़ियों को लेकर गांव में घुसे।
घरों की छतों और धर्मस्थल से भी हुआ पथराव
जैसे ही कांवड़ियों का जत्था गांव में पहुंचा, वैसे ही दूसरे समुदाय की तरफ से छतों से ईंट और पत्थर आने लगे। इससे भगदड़ मच गई, मगर आइटीबीपी के जवानों ने मांर्चा संभाल लिया तो कुछ दूरी तक पथराव नहीं हुआ। जैसे ही गांव के मुख्य बाजार के पास पहुंचे तो एक धर्मस्थल से भारी पथराव होने लगा। यहां एक बार फिर भगदड़ मच गई। यहां से जैसे ही आगे चले तो छतों पर खड़ी कुछ महिलाओं ने एक बार फिर पथराव कर दिया। पुलिस ने बंदूक दिखा कर उन्हें नीचे उतारा।
प्रशासनिक अफसर और पुलिस कर्मी भी हुए घायल
लगभग दो घंटे की जद्दोजहद के बाद कांवड़ियों को पुलिस घरों तक पहुंचाने में सफल हो सकी। इस दौरान आंवला एसडीएम एमपी सिंह, नायब तहसीलदार, एक दरोगा और आइटीबीपी का जवान मामूली रूप से घायल हुआ, जबकि आधा दर्जन कांवड़िये भी घायल हो गये।