बरेली। टूटी-फूटी और असुविधा भरी रेलयात्रा के आदी हो चुके बरेली और आसपास के लोगों को ट्रेन की सुविधाएं पच नहीं रही हैं। इसीलिए पिछले सप्ताह चलायी गयी आधुनिक सुविधाओं से युक्त डेमू ट्रेन की दुर्गति यहां के यात्रियों ने ही कर दी। यात्रियों ने ही ट्रेन के कम्पार्टमेण्ट से शौचालय में रखे मग से लेकर दरवाजों के हैण्डिल तक गायब कर दिये।
बता दें कि इज्जतनगर मंडल पर अत्यधिक इन्तजार के बाद बरेली सिटी-लालकुआं एवं बरेली सिटी-पीलीभीत के मध्य रेल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में विशेष रूप से निर्मित डेमू रेलगाड़ी का संचालन शुरू किया गया था। इसका उदघाट्न बीती 29 सितम्बर को इज्जतनगर रेलवे स्टेशन से केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार द्वारा किया गया था। इस अवसर पर इस ट्रेन के अंदर सुविधाओं और विशिष्ट साज-सज्जा की तारीफ केन्द्रीय मंत्री के साथ ही आम जनता ने भी की थी।
यात्रियों ने गायब कर दिये डेमू ट्रेन से मग, डस्टबिन और …
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार यह डेमू ट्रेन 1 अक्टूबर, 2018 से लगातार जनता की सेवा में है। डेमू रेलगाड़ी पहली बार 7 अक्टूबर, 2018 को साफ-सफाई एवं तकनीकी अनुरक्षण के लिए डेमू शेड में पहुंची। यहां निरीक्षण के दौरान देखा गया कि इस रेलगाड़ी के अन्दर लगे टॉयलट फिटिंग्स जैसे-फ्लशकॉक, डस्टबिन, मग, दरवाजों के हैण्डिल आदि गायब हो चुके हैं। इतना ही नहीं वाशबेशिन, टॉयलट के दरवाजों, कोच की सीटों आदि को भी भारी हानि पहुंचायी गयी है।
बरेली-लालकुआं एवं बरेली-पीलीभीत के मध्य जनता द्वारा किया गया उक्त कृत्य बहुत ही ज्यादा शर्मनाक है। यह सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त रेलगाड़ी बरेली की जनता को तोहफे के रूप में दी गयी थी। इसके विपरीत बरेली की जनता ने पूर्वोत्तर रेलवे को ऐसा रिटर्न गिफ्ट दिया कि अब रेलवे इनको सुविधाएं देते समय एक बार सोचने को बाध्य होगा।