आंवला (बरेली)। आंवला (बरेली)। जानवरों के चारे के लिए खाद्य फैक्ट्री से लाये गये रिजेक्ट सड़े-गले सामान से बच्चों की खाद्य सामग्री बनाने का मामला सामने आया है। मामला आंवला क्षेत्र के ग्राम दस्तमपुर का है।

एसडीएम को सूचना मिली कि गांव के एक घर में जानवरों के लिए लाये गये सड़े-गले सामान से बच्चों के खाने की वस्तुएं बनाकर बाजार में बेची जा रही हैं। इस उपजिलाधिकारी विशुराजा ग्राम दस्तमपुर पहुंचे। वहां पता चला कि ग्राम कल्याणपुर के गौस मोहम्मद व नसरत खां अपनी गाय-भैसों के लिए एक फर्म से रिजेक्ट माल खरीदते हैं। इसमें सुधार कर तथा पैकिंग करके आस पास के ग्रामों के दुकानदारों को बेचते हैं। इसके लिए उन्होंने दस्तमपुर में एक मकान को किराये पर लिया है। यहीं पर गोदाम भी बना रखा है।

आंवला (बरेली)खाने के सामान से आ रही थी दुर्गन्ध

एसडीएम ने बताये गये मकान पर छापा मारा तो वहां से कई दर्जन रिफाइंड के तेल से भरे कनस्तर, नमकीन, पापड़, सोया आदि का सामान मिला। इनमें से दुर्गन्ध आ रही थी। इस सामान से बच्चों के खाने-पीने की चीजें बनाकर बाजार में बेचा जाता था। बच्चे और उनके परिजन इसी ‘‘जहर’’ को अनजाने में खाते थे। उन्हांने सामान को सीलकर सूचना उच्चाधिकारियों को दी है। मौके पर मौजूद खाद्य विभाग के अधिकारियों नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिये हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र सिंह आजाद ने बताया कि बरामद माल के सैंपल लैब भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।

 

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