नई दिल्ली। क्या आपने कभी सोचा है कि भारत तथा जापान के लोग जमीन पर बैठकर ही भोजन क्यों करते हैं। वर्तमान में भले ही हम डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खाने लग गए परन्तु आयुर्वेद के अनुसार जमीन पर पालथी मारकर बैठने तथा खाने खाने के स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत सारे फायदे हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही जमीन पर बैठ कर खाना खाने से होने वाले … फायदों के बारे में…
यह है एक प्रकार का योगासन
वास्तव में हम जमीन पर बैठकर जिस तरह बैठते हैं वह एक प्रकार का योगासन है जिसे सुखासन या अर्द्धपद्मासन कहा जाता है। इस आसन में बैठने से पूरे शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है, साथ ही मस्तिष्क का तनाव कम होता है। अगर आप इस तरह बैठ कर खाना नहीं भी खाए तो भी आपको इससे बहुत फायदा मिलता है।
पाचन क्रिया होती है सही
इस आसन में बैठने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है, जिससे खाना जल्दी पचता है। इस तरह आपका पाचन संस्थान सही रहता है और आप पेट की बीमारियों से भी बचे रहते हैं।
रीढ़ की हड्डी का दर्द खत्म होता है
जमीन पर पालथी मार कर बैठने से पेट, पीठ तथा कूल्हे की मांसपेशियों में खिंचाव आता है जिससे उनकी सक्रियता बढ़ती है और शरीर के इन हिस्सों से जुड़े अंगों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। इससे पीठ का दर्द भी चला जाता है।
पोस्चर सही होता है
जमीन पर पालथी (क्रॉस लेग्स) मार कर बैठने से रीढ़ की हड्डी सीधी होती है जिससे आपके पोस्चर में भी सुधार आता है। पोस्चर सही होने से आपकी लंबाई अधिक दिखती है। और साथ ही दोनों पैरों, कूल्हे तथा मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
रक्त संचार सही रहता है
जमीन पर बैठकर खाना खाने से व्यक्ति का रक्त संचार भी सही रहता है। विशेष तौर पर हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों को इससे विशेष राहत मिलती है। इसके साथ-साथ आदमी तनावमुक्त रहता है।